हैदराबाद/अमरावती: तेलंगाना सरकार कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम के उपायों के तहत शुक्रवार से घर-घर जाकर बुखार पीड़ितों का पता लगाएगी. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी हरीश राव ने यहां बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा कि इस सर्वेक्षण के जरिए बुखार व अन्य रोगों से पीड़ित लोगों का पता लगा कर वायरस के प्रसार की रोकथाम करने में मदद मिलेगी.
जानकारी के मुताबिक इस सर्वेक्षण की मदद से जो भी बुखार से पीड़ित होगा उसे चिकित्सा कर्मी दवा किट देंगे और उन्हें पृथकवास में रखेंगे. गुरुवार को यहां मीडिया से बातचीत करते हुए स्वास्थ्य मंत्री टी हरीश राव ने कहा कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के निर्देशों का पालन करते हुए शुक्रवार से पूरे तेलंगाना में बुखार सर्वेक्षण शुरू करने का निर्णय लिया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आबादी का एक बड़ा वर्ग है जो हल्के लक्षणों या अन्य कारणों से कोविड के लिए परीक्षण नहीं करवा रहा है. फीवर सर्वे ऐसे व्यक्तियों के घर तक कोविड स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने का एक प्रयास है. डेल्टा दूसरी लहर को नियंत्रित करने में डोर-टू-डोर बुखार सर्वेक्षण की सफलता ने हमें तीसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए एक समान अभियान शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया है. फीवर सर्वे कोविड-19 संक्रमणों को रोकने के लिए एक अनूठी अवधारणा है, जिसे हाल ही में नीति आयोग से उचित मान्यता मिली है. बुखार सर्वेक्षण की रणनीति बनाने के लिए हरीश राव ने पंचायत राज मंत्री इराबेली दयाकर राव, मुख्य सचिव सोमेश कुमार, जिला कलेक्टरों और अन्य वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की.
पढ़ें: हेल्थ मिनिस्ट्री की नई गाइडलाइन, पांच साल तक के बच्चों के लिए मास्क जरूरी नहीं
वहीं, पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश में पिछले 24 घंटे में सुबह नौ बजे तक कोविड के 12,615 नये मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही राज्य में कोविड के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़ कर 50,000 को पार कर गई है. राज्य सरकार के एक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई.
पीटीआई-इनपुट