हैदराबाद : तेलंगाना के डीजीपी एम महेंद्र रेड्डी ने बुधवार को कहा कि पुलिस ने प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के राज्य में फिर से पैठ बनाने के प्रयासों को नाकाम कर दिया है. उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में पड़ोसी छत्तीसगढ़ के माओवादियों ने तेलंगाना में पैठ बनाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की निरंतर कार्रवाई के कारण उन्हें कामयाबी नहीं मिली.
तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एम महेंद्र रेड्डी ने कहा कि अंतरराज्यीय सीमा के पास के जिलों में हमारी पुलिस टीमों ने बहुत कुशलता से काम किया. नियमित तौर पर अभियान चलाए और कार्रवाई की. तेलंगाना पुलिस की समूची इकाई की बदौलत सकारात्मक नतीजे मिले.
तेलंगाना पुलिस प्रमुख ने कहा कि इस साल माओवदियों और पुलिस के बीच 11 बार मुठभेड़ हुई, जिसमें 11 माओवादी मारे गए. उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित संगठन की राज्य कमेटी के दो सदस्यों समेत 135 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया और 45 माओवादियों ने पुलिस के सामने समर्पण कर दिया.
उन्होंने कहा कि पुलिस के निरंतर अभियान के कारण तेलंगाना के 33 में से 30 जिलों में माओवादियों की एक भी हिंसक घटना नहीं हुई.
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एप के जरिए कर्ज लेने वालों को भुगतान के लिए कर्जदाता द्वारा परेशान किए जाने संबंधी मामलों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि 50 मामले दर्ज किए गए और दो चीनी नागरिकों समेत 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने कहा कि इन मामलों में चीन या दूसरों देशों के साथ जुड़ाव को लेकर जांच चल रही है.
इस साल कुल 1,50,922 मामले दर्ज किए गए, जबकि पिछले साल 1,60,571 मामले दर्ज किए गए थे. दोषसिद्धि की दर बढ़कर 48.5 प्रतिशत हो गई और चार मामलों में दोषियों को मौत की सजा दी गयी.
इस साल साइबर अपराध की घटनाओं में भी बढ़ोतरी हुई. पिछले साल ऐसे 2240 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि इस साल 4544 मामले दर्ज किए गए.