कानपुर: आयकर टीमों (Income Tax Raid) ने तीन दिन पहले शहर के मयूर समूह (के घर, प्रतिष्ठानों समेत 30 से अधिक ठिकानों पर छापा मारा था. छापे के दूसरे दिन छोटे नोटों की गड्डियां मिली थीं. वहीं, तीसरे दिन शनिवार को अफसरों ने 80 करोड़ की कर चोरी पकड़ी. इसके साथ ही तीन करोड़ रुपये की नकदी और जेवरात भी जब्त किए.
जेवरों के बार में पूछने पर समूह के मालिक व परिवार के सदस्य किसी तरह का कोई जवाब नहीं दे सके. अफसरों ने जेवरों से जुड़े दस्तावेजों की गहनता से जांच कराई. दरअसल, अफसरों को यह भी शक है, कि जेवर एक नंबर में खरीदे गए या दो नंबर में. तीसरे दिन की कार्रवाई के दौरान शाम को 10 करोड़ रुपये का ऐसा लेनदेन मिला जो सामान्य पर्चों पर था. अफसरों ने लेनदेन को लेकर भी कई तरह के सवाल किए. अफसरों की टीमों द्वारा सभी 30 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई देर रात तक जारी रही. वहीं, रविवार को भी कार्रवाई जारी रखने की बात कही गई.
रनिया में जमीनों को खरीदने की जानकारी मिली: आयकर अफसरों को छापे के दौरान कई बोगस कंपनियों के लेनदेन की जानकारी मिली है, जबकि रनिया में समूह की जो फैक्ट्रियां हैं वहां कई जमीनें खरीदने के भी सबूत मिले हैं. ये जमीनें कब खरीदी गईं, कैसे खरीदीं गईं अफसर यह दस्तावेज जुटा रहे हैं, जिस तरह अफसरों ने लगातार 72 घंटे से अधिक समय तक कार्रवाई जारी रखी है, उससे शहर के ज्यादातर उद्यमी मान रहे हैं, कि अफसरों द्वारा इस मामले में बड़ी कार्रवाई की जा सकती है.