श्रीनगर: सीपीआई (एम) के वरिष्ठ नेता और पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन के प्रवक्ता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने पीएम मोदी पर जोरदार हमला किया है. कहा कि दिल और दिल्ली के बीच की खाई को पाटना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बयानबाजी और इसका हकीकत से कोई वास्ता नहीं है.
'ईटीवी भारत' से बात करते हुए बुधवार को उन्होंने कहा कि अगर पीएम के शब्द सच होते तो पिछले महीने 24 जून को सर्वदलीय बैठक के बाद से तो यहां की मुख्यधारा की पार्टियों को 13 जुलाई, 1931 के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए अनुमति दे दी जाती. उन्होंने कहा कि यह तथ्य कि मुख्यधारा की पार्टियों को लगातार दूसरे वर्ष शहीदों के तीर्थ पर जाने की अनुमति नहीं थी.
इसलिए दिल और दिल्ली के बीच की दूरी को पाटने के दावे आज भी कोरी बयानबाजी ही साबित हो रहे हैं. माकपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा केंद्र के सामने रखी गई विश्वास बहाली की मांगों और सुझावों पर अमल नहीं किया गया. नतीजतन, पीपुल्स अलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन में शामिल पार्टियां निराश हैं.
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जानें क्या कहा था प्रधानमंत्री मोदी ने
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 24 जून को जम्मू-कश्मीर के सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक की थी. बैठक के बाद पीएम मोदी ने कहा था कि राजनीतिक मतभेद जरूर होंगे, लेकिन सभी को राष्ट्रहित में काम करना चाहिए. जिससे कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को फायदा पहुंच सके. बैठक में पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया था कि जम्मू-कश्मीर में सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जरूरत है और साथ ही वे चाहते हैं कि 'दिल्ली की दूरी' और 'दिल की दूरी' मिटे.