श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर): केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वार्षिक अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर अर्धसैनिक बलों की शेष कंपनियों की तैनाती में और वृद्धि की है. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर सरकार को कश्मीर घाटी में पुलिस व्यवस्था को मजबूत करने का भी निर्देश दिया है ताकि टारगेट किलिंग के दुष्चक्र को रोका जा सके. सरकारी सूत्रों ने कहा, अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा अनुमोदित अर्धसैनिक बलों की 350 अतिरिक्त कंपनियों में से 150 पहले ही जम्मू-कश्मीर पहुंच चुकी हैं, जबकि 200 अन्य कंपनियां 10 से 20 जून के बीच आने वाली थीं. उन्होंने कहा, इन कंपनियों की तैनाती में अब तेजी लाई जा रही है और इन्हें 15 जून से पहले घाटी में तैनात कर दिया जाएगा.
अमरनाथ यात्रा के अलावा अतिरिक्त अर्धसैनिक कंपनियों की तैनाती के साथ ही प्रशासन इन कंपनियों को कश्मीर में टॉरगेट किलिंग को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल करने पर विचार कर रहा है. इनमें से कुछ कंपनियों का प्रयाेग आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए भी किया जाएगा.
गृह मंत्रालय ने जम्मू कश्मीर प्रशासन को आतंकवादियों पर निगरानी बनाए रखने के लिए तलाशी अभियान और प्रभावी गश्त के लिए पुलिस स्टेशनों और पुलिस चौकियों पर पुलिसकर्मियों की मौजूदगी बढ़ाने का भी निर्देश दिया है. सूत्रों ने कहा, गृह मंत्रालय ने आतंकवाद से लड़ने में पुलिस थानों और पुलिस चौकियों की आक्रामक भूमिका निभाने की बात कही है.
उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में उग्रवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई के कुछ और फैसलों से जम्मू कश्मीर प्रशासन और पुलिस को भी अवगत करा दिया गया है. यह बैठक जम्मू-कश्मीर के कुलगाम और बडगाम जिलों में आतंकवादियों द्वारा टारगेट किलिंग की घटनाओं के मद्देनजर गुरुवार को यह बैठक हुई.
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