चेन्नई : भारत में मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाए जाने वाले स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा एनईईटी परीक्षा आयोजित की जाती है. वर्ष 2023 की नीट परीक्षा 7 मई को 499 केंद्रों पर 4 हजार 97 सीटों पर आयोजित की गई थी. इसमें दोपहर दो बजे से शाम पांच बजकर 20 मिनट तक 720 अंकों की परीक्षा हुई. इस परीक्षा में शामिल होने के लिए 20 लाख 87 हजार 462 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. इनमें से 20 लाख 38 हजार 596 छात्रों ने परीक्षा दी.
13 भाषाओं में आयोजित नीट परीक्षा अंग्रेजी माध्यम से 16 लाख 72 हजार 914 छात्र शामिल हुए. जहां 2022 में 31 हजार 965 छात्रों ने तमिल माध्यम से परीक्षा दी थी वहीं 2023 में 30 हजार 536 छात्रों ने तमिल माध्यम से परीक्षा दी. इस परीक्षा का परिणाम मंगलवार को जारी किया गया. जारी किये गये परिणामों के मुताबिक, तमिलनाडु के 4 छात्रों ने टॉप 10 रैंक में अपनी जगह बनाई है.टॉप 50 रैंकिंग लिस्ट में तमिलनाडु के 6 छात्रों का नाम है.
एनईईटी परीक्षा शुरू होने के बाद पहली बार, तमिलनाडु के विल्लुपुरम जिले में मेलमलायनूर के मूल निवासी प्रबंजन ने 720 में से 720 अंक हासिल किए हैं. यह एक अखिल भारतीय रिकॉर्ड है. साथ ही आंध्र के बोरा वरुण चक्रवर्ती ने भी 720 अंक हासिल कर कीर्तिमान स्थापित किया है. प्रबंजन के पिता का नाम जगतीसन है. वह जेगाथीसन विल्लुपुरम जिले के अपर ओलाक्योर गवर्नमेंट हाई स्कूल में सामाजिक विज्ञान के शिक्षक हैं. प्रबंजन ने 10वीं कक्षा तक सेन्ची के एक निजी हाई स्कूल में पढ़ाई की.
उसके बाद, उन्होंने दो साल तक चेन्नई के अपर अयनंबक्कम में एक निजी स्कूल में अध्ययन किया. उसी समय से वह नीट की तैयारी भी कर रहे थे. ऐसे में नीट परीक्षा में 720 अंक हासिल करने वाले छात्र ने ईटीवी भारत से एक विशेष बातचीत की. इस अवसर पर बोलते हुए, छात्र प्रबंजन ने कहा कि मुझे एनईईटी परीक्षा में राष्ट्रीय स्तर पर टॉप करने की खुशी है. उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा की तैयारी के दौरान मेरे साथ मेरे शिक्षकों ने भी काफी मेहनत की. यह उन सब की मदद का ही परिणाम है.
ये भी पढ़ें |
उन्होंने कहा कि जो छात्र नीट परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उन्हें एनसीआरटी की पुस्तकों को पूरी तरह से पढ़ना और समझना चाहिए. साथ ही, लगातार पूराने प्रश्न पत्रों को हल करते रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि स्टेट बोर्ड के 11वीं और 12वीं के पाठ्यक्रम और नीट के पाठ्यक्रम में कोई बड़ा अंतर नहीं है. यह जरूर है कि नीट में कुछ प्रश्न कठिन थे. उन्होंने कहा कि इस तैयारी में उनके पिता और परिवार के अन्य सदस्यों ने भी उनकी हर तरह से सहायता की. एमबीबीएस पूरा करने के बाद, वह एमएस सर्जरी की पढ़ाई करना चाहते हैं.