कोयंबटूर (तमिलनाडु): कोयंबटूर पुलिस (Coimbatore Police) ने कॉलेज की लड़कियों की विभिन्न समस्याओं का तत्काल समाधान प्रदान करने के उद्देश्य से 'पुलिस अक्का' (Police Akka) नामक एक योजना शुरू की है. तमिलनाडु (Tamil Nadu) पुलिस के पायलट कार्यक्रम के रूप में, कोयंबटूर में 'पुलिस अक्का' (पुलिस बहन) नामक एक कार्यक्रम शुरू किया गया है, ताकि कॉलेजों में छात्राओं के बीच यौन उत्पीड़न और भावनात्मक संकट की समस्याओं को हल किया जा सके और परामर्श प्रदान किया जा सके.
कोयंबटूर के सभी कॉलेजों के लिए एक महिला पुलिस संपर्क अधिकारी (Female Police Liaison Officer) को नियुक्त किया गया है. कोयंबटूर पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस कार्यक्रम के माध्यम से नियुक्त महिला पुलिस अधिकारी महाविद्यालयों में छात्राओं के साथ चर्चा करेगी. इसके अलावा समय-समय पर सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेगी, छात्राओं की मनोवैज्ञानिक समस्याओं का समाधान खोजेगी, यौन समस्याएं का समाधान खोजेगी, दवाओं की बिक्री आदि के बारे में चर्चा करेगी.
इन समस्याओं को संबंधित विभाग के ध्यान में लाया गया है और उनके समाधान के लिए कार्रवाई की जाएगी. वहीं, पुलिस ने कहा है कि छात्राओं द्वारा दी गई जानकारी को गोपनीय रखा जाएगा और कार्रवाई की जाएगी. पुलिस द्वारा जानकारी दी गई है कि इस योजना के माध्यम से पुलिस महिला (पुलिस अक्का) कॉलेज की छात्राओं के लिए अच्छी बहनों के रूप में कार्य करने जा रही है.
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वे सप्ताह में एक बार या 15 दिनों में एक बार कॉलेजों का दौरा करती हैं और छात्राओं से चर्चा करती हैं और जानकारी मांगती हैं. कोयंबटूर के पुलिस आयुक्त बालकृष्णन ने 18 अक्टूबर को कार्यक्रम की शुरुआत की.