हैदराबाद : शहर में सोने के आभूषणों की दुकान शनिवार सुबह खुली ही थी कि उसी समय सूट पहने और अधिकारी जैसे दिखने वाले कुछ लोग दुकान में घुस गए. आनन-फानन में उन्होंने कहा कि सोने की खरीद में अनियमितता हो रही है.
उन्होंने इस तरह हंगामा किया जैसे वे कुछ चेक कर रहे हों. कुछ देर बाद वे सोना लेकर बिना कोई सूचना दिए वहां से यह कहकर निकल गए कि वे 1.7 किलो सोने से जुड़ा टैक्स नहीं चुकाने पर यह सोना जब्त कर रहे हैं. ये सब देखकर ऐसा लगता है जैसे तमिल स्टार हीरो सूर्या की गैंग फिल्म का कोई सीन सही से देख रहे हों. जी हां, आज हैदराबाद के एक ज्वैलरी शॉप में ठीक वैसा ही सीन दोहराया गया (Robbery in Hyderabad jewellery shop).
पुलिस के मुताबिक हैदराबाद शहर के व्यस्ततम मोंडा बाजार में बालाजी ज्वैलरी की दुकान है. शनिवार सुबह इस दुकान में पांच लोग आए. अधिकारियों की तरह सूट-जूते पहने इन लोगों ने दुकान के कर्मचारियों को सोने की खरीद में अनियमितता होने की बात कही.
दुकान में सोने की जांच करने के बाद. आखिर में उन्होंने कहा कि 1.7 (1700 ग्राम) किलो सोने के लिए कोई टैक्स नहीं दिया गया है. इसलिए वे उस सोने को जब्त कर रहे हैं. वे बिना कोई नोटिस दिए वहां से गोल्डन बिस्किट ले गए.
उस दुकान के मालिक मधुकर बावर, अपने घर महाराष्ट्र गए थे, इस कारण आज दुकान की देखरेख उनके रिश्तेदार कर रहे थे. उन्होंने घटना की सूचना दुकान के मालिक को दी. मामले की जानकारी होने पर उन्होंने इलाके की अन्य ज्वेलरी की दुकानों के मालिकों को बताया कि आईटी अधिकारियों ने सोना जब्त कर लिया है. लेकिन उन्हें शक हुआ जब उन्होंने कहा कि आईटी अधिकारी इस तरह आकर निरीक्षण नहीं करेंगे और वे पहले सिर्फ नोटिस देंगे.
मालिक ने तुरंत पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखे तो पांचों लोग फर्जी आईटी अधिकारी निकले. इस बात की पुष्टि हो गई है कि उन्होंने आईटी अधिकारी बनकर सोना चुराया. पुलिस ने पाया कि आरोपी लूट के बाद सिकंदराबाद से उप्पल की ओर गए थे.
सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद पता चला कि इस घटना में छह लोग शामिल थे. उत्तर मंडल की डीसीपी चंदना दीप्ति ने कहा कि इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को पकड़ने के लिए पांच विशेष टीमें बनाई गई हैं.
महाराष्ट्र का रहने वाला है दुकान मालिक : महाराष्ट्र के सोलापुर के रहने वाले मधुकर बावर ने चार महीने पहले मोंडा बाजार में सोने की दुकान खोली थी. मधुकर जब घर गए तो उनका साला विकास खेड़ाकर बालाजी की सोने की दुकान पर मैन्युफैक्चरिंग का काम देख रहा था. चोरी के समय दुकान में तीन कर्मचारी मौजूद थे. उस समय आईटी अधिकारी बनकर आए ठगों ने अपना पहचान पत्र दिखाया और सोने के 17 बिस्कुट (प्रत्येक 100 ग्राम) ले गए.
सोना जब्त करने के बाद वह बाहर से ताला लगाकर चले गए. घटना उस समय हुई जब सोना डिलीवर होने के लिए तैयार था. नॉर्थ जोन डीसीपी चंदना दीप्ति का कहना है कि 'हमें लगता है कि यह किसी जानने वालों का काम है.'