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ताजमहल की सुरक्षा में चूक: अमेरिकी कंपनी ने ताज पर लॉन्च की हियरिंग एड, रिपोर्ट तलब

अमेरिकी कंपनी ने गुरुवार को ताजमहल पर हियरिंग एड लॉन्च (American company launched hearing aid at Taj Mahal) की. इस संबंध में एएसआई के साथ ही सीआईएसएफ से रिपोर्ट तलब की है. ताजमहल में प्रमोशनल एक्टिविटि पर प्रतिबंध होने के बावजूद भी नियमों की धज्जियां उड़ाकर एड शूट किया गया.

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Published : Sep 16, 2022, 1:11 PM IST

आगरा: ताजमहल पर अमेरिकी कंपनी स्टारकी के अधिकारियों ने गुरुवार को कंपनी की नई कान की मशीन (हियरिंग एड) को लॉन्च (American company launched hearing aid at Taj Mahal) किया. कंपनी के तीन अधिकारियों ने बॉक्स खोलकर अपने हाथ में हियरिंग एड का ताजमहल के सामने डिस्प्ले किया. जब कंपनी ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट और मीडिया संस्थानों को यह फोटोज भेजीं, तो भारतीय पुरातत्च सर्वेक्षण और सीआईएसएफ में खलबली मच गई.

सवाल इस पर उठ रहे हैं कि बॉक्स के साथ हियरिंग एड अंदर कैसे गई. यह सुरक्षा में चूक (lapse in security of Taj Mahal) है. इसलिए एएसआई आगरा सर्किल के अधीक्षण पुरातत्वविद ने इस पर जांच बैठाई है और एएसआई के साथ ही सीआईएसएफ से रिपोर्ट तलब की है. बता दें कि, अमेरिकी कंपनी स्टारकी के कंसल्टेंट डॉक्टर ऑफ आडियोलॉजी डॉ. सुगाता भटटाचार्य, कंपनी के उपाध्यक्ष और एशिया पैसिफिक सेल्स अधिकारी पॉल साइटों, कंपनी के भारत में एमडी अखिल चौहान ने गुरुवार को ताजमहल का दीदार किया.

ताजमहल भ्रमण में तीनों ने रॉयल गेट और सेंट्रल टैंक के पास ताज के सामने कंपनी की कान की मशीनों के बॉक्स खोलकर हियरिंग एड (American company launched hearing aid at Taj Mahal) दिखाते हुए फोटोग्राफी करवाई. कंपनी के अधिकारियों ने ताज के साये में अपनी कंपनी के प्रोडेक्ट हियरिंग एड को लॉन्च करने के साथ ही उसका प्रमोशन भी किया. इतना ही नहीं, कंपनी के अधिकारी मशीन की खूबियां भी बता रहे हैं. इसकी भनक तक ताज की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ जवान और एएसआई के कर्मचारियों को नहीं हुई. इसके बाद स्टारकी कमंपी के तीने अधिकारी ताजमहल देखकर चले गए.

अमेरिकी कंपनी स्टारकी (American company Starkey) के अधिकारियों ने कंपनी की ओर से 'हियरिंग एड' लॉन्चिंग का फोटो मीडिया संस्थानों को भेजा. जिसमें कंपनी के तीनों अधिकारियों के पदनाम, नाम और मशीन के बारे में लिखा गया. गुरुवार शाम देर शाम जब एएसआई के अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई, तो खलबली मच गई. क्योेंकि, ताजमहल में बिना अनुमति कैसे प्रोमोशनल एक्टिविटी की गई. इतना ही नहीं, कंपनी के अधिकारी अपने साथ एक नहीं, तीन-तीन डिब्बा और उसमें अपनी कंपनी की हियरिंग एड ले गए. जो इलेक्ट्रोनिक सामान है और सामान ताजमहल में प्रतिबंधित है. चैकिंग प्वॉइंट पर क्यों ये डिब्ब नहीं पकड़े गए यह सवाल उठ रहे हैं.

पढ़ें- शामली में पुलिस पर जानलेवा हमले के आरोपी को पांच साल की सजा

एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने बताया कि, ताजमहल में प्रोमोशनल एक्टिविटी (American company launched hearing aid at Taj Mahal) और इलेक्ट्रॉनिक सामान अंदर पहुंचने का मामला संज्ञान में आया है. इलेक्ट्रॉनिक सामान ताज के अंदर तक कैसे पहुंचा. पहले ही ताजमहल पर किसी भी तरह का विज्ञापन या प्रचार करना गैरकानूनी है. इस बारे में जांच कराई जा रही है. इसमें ताजमहल के संरक्षण सहायक और सुरक्षा की कमान संभाल रही सीआईएसएफ से रिपोर्ट तलब की है.

बता दें कि, ताजमहल परिसर में किसी भी तरह का प्रोमोशन (Promotional Activity at Taj Mahal) करना प्रतिबंध है. इससे पहले एएसआई ने विदेशी सॉफ्टवेयर कंपनी पर उत्पाद का प्रचार करने पर मुकदमा दर्ज कराया था. अंतरराष्ट्रीय मॉडल के विरुद्ध सैंडिल का विज्ञापन करने पर मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है. एएसआई और सीआईएसएफ की रिपोर्ट के बाद इस मामले में भी अमेरिकी कंपनी स्टारकी (American company Starkey) के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा सकता है.
पढ़ें- लखनऊ के लिए 7 नए मेट्रो रूट प्रस्तावित

आगरा: ताजमहल पर अमेरिकी कंपनी स्टारकी के अधिकारियों ने गुरुवार को कंपनी की नई कान की मशीन (हियरिंग एड) को लॉन्च (American company launched hearing aid at Taj Mahal) किया. कंपनी के तीन अधिकारियों ने बॉक्स खोलकर अपने हाथ में हियरिंग एड का ताजमहल के सामने डिस्प्ले किया. जब कंपनी ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट और मीडिया संस्थानों को यह फोटोज भेजीं, तो भारतीय पुरातत्च सर्वेक्षण और सीआईएसएफ में खलबली मच गई.

सवाल इस पर उठ रहे हैं कि बॉक्स के साथ हियरिंग एड अंदर कैसे गई. यह सुरक्षा में चूक (lapse in security of Taj Mahal) है. इसलिए एएसआई आगरा सर्किल के अधीक्षण पुरातत्वविद ने इस पर जांच बैठाई है और एएसआई के साथ ही सीआईएसएफ से रिपोर्ट तलब की है. बता दें कि, अमेरिकी कंपनी स्टारकी के कंसल्टेंट डॉक्टर ऑफ आडियोलॉजी डॉ. सुगाता भटटाचार्य, कंपनी के उपाध्यक्ष और एशिया पैसिफिक सेल्स अधिकारी पॉल साइटों, कंपनी के भारत में एमडी अखिल चौहान ने गुरुवार को ताजमहल का दीदार किया.

ताजमहल भ्रमण में तीनों ने रॉयल गेट और सेंट्रल टैंक के पास ताज के सामने कंपनी की कान की मशीनों के बॉक्स खोलकर हियरिंग एड (American company launched hearing aid at Taj Mahal) दिखाते हुए फोटोग्राफी करवाई. कंपनी के अधिकारियों ने ताज के साये में अपनी कंपनी के प्रोडेक्ट हियरिंग एड को लॉन्च करने के साथ ही उसका प्रमोशन भी किया. इतना ही नहीं, कंपनी के अधिकारी मशीन की खूबियां भी बता रहे हैं. इसकी भनक तक ताज की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ जवान और एएसआई के कर्मचारियों को नहीं हुई. इसके बाद स्टारकी कमंपी के तीने अधिकारी ताजमहल देखकर चले गए.

अमेरिकी कंपनी स्टारकी (American company Starkey) के अधिकारियों ने कंपनी की ओर से 'हियरिंग एड' लॉन्चिंग का फोटो मीडिया संस्थानों को भेजा. जिसमें कंपनी के तीनों अधिकारियों के पदनाम, नाम और मशीन के बारे में लिखा गया. गुरुवार शाम देर शाम जब एएसआई के अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई, तो खलबली मच गई. क्योेंकि, ताजमहल में बिना अनुमति कैसे प्रोमोशनल एक्टिविटी की गई. इतना ही नहीं, कंपनी के अधिकारी अपने साथ एक नहीं, तीन-तीन डिब्बा और उसमें अपनी कंपनी की हियरिंग एड ले गए. जो इलेक्ट्रोनिक सामान है और सामान ताजमहल में प्रतिबंधित है. चैकिंग प्वॉइंट पर क्यों ये डिब्ब नहीं पकड़े गए यह सवाल उठ रहे हैं.

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एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने बताया कि, ताजमहल में प्रोमोशनल एक्टिविटी (American company launched hearing aid at Taj Mahal) और इलेक्ट्रॉनिक सामान अंदर पहुंचने का मामला संज्ञान में आया है. इलेक्ट्रॉनिक सामान ताज के अंदर तक कैसे पहुंचा. पहले ही ताजमहल पर किसी भी तरह का विज्ञापन या प्रचार करना गैरकानूनी है. इस बारे में जांच कराई जा रही है. इसमें ताजमहल के संरक्षण सहायक और सुरक्षा की कमान संभाल रही सीआईएसएफ से रिपोर्ट तलब की है.

बता दें कि, ताजमहल परिसर में किसी भी तरह का प्रोमोशन (Promotional Activity at Taj Mahal) करना प्रतिबंध है. इससे पहले एएसआई ने विदेशी सॉफ्टवेयर कंपनी पर उत्पाद का प्रचार करने पर मुकदमा दर्ज कराया था. अंतरराष्ट्रीय मॉडल के विरुद्ध सैंडिल का विज्ञापन करने पर मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है. एएसआई और सीआईएसएफ की रिपोर्ट के बाद इस मामले में भी अमेरिकी कंपनी स्टारकी (American company Starkey) के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा सकता है.
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