जबलपुर। जबलपुर पहुंचे जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने भारत और पाकिस्तान के विभाजन के मुद्दे पर विवादित बयान दिया है (swami avimukteshwaranand maharaj statement). शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा अगर भारत और पाकिस्तान के विभाजन को स्वीकार किया गया है तो फिर भारत के मुसलमानों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए, क्योंकि भारत और पाकिस्तान का विभाजन ही धर्म के आधार पर हुआ था. वहीं शंकराचार्य ने बॉलीवुड को लेकर भी बड़ा बयान दिया है. वहीं शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के बयान का केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण और जलशक्ति राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल ने समर्थन किया है (prahlad patel support shankaracharya statement).
भारत के मुसलमानों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए: अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा कि इस मामले में विवाद बढ़ने पर राजनीति शुरू हो गई और फिर भारत और पाकिस्तान में यथास्थिति के हालात बन गए. भारत में मुसलमान बस गए, लेकिन वास्तविकता में भारत के मुसलमानों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए तभी भारत और पाकिस्तान के बीच की दुश्मनी खत्म हो सकती है. शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने यह भी कहा कि अखंड भारत के विभाजन होने की वजह से कई धार्मिक स्थान बांग्लादेश और पाकिस्तान में रह गए हैं. पीओके में भी धार्मिक स्थान है, जहां पर पूजन अर्चन होना चाहिए. शंकराचार्य ने कहा कि हम जल्द ही पीओके का दौरा करेंगे और वहां स्थित धार्मिक संस्थाओं का जायजा लेंगे.
बॉलीवुड फिल्म और सीरियल्स पर शंकराचार्य की नाराजगी: वहीं शंकराचार्य ने कहा कि बॉलीवुड में बनाई जा रही फिल्म और सीरियल्स में हिंदू देवी देवताओं को लगातार अपमान किया जा रहा है (shankaracharya statement on bollywood). अपमान का यह सिलसिला भारत में कई दशकों से बॉलीवुड चला आ रहा है. हिंदू और हिंदुत्व पर निशाना साधकर फ़िल्म बनाने का काम लंबे समय से किया जा रहा है. इसलिए अब उन्होंने फैसला किया है कि जिस तरह से सेंसर बोर्ड काम करता है, उसी तरह से फिल्मों को जांचने के लिए एक धार्मिक समिति का भी गठन किया जाएगा. जिसमें हिंदू धर्म के जानकार और विद्वानों को रखा जाएगा. कोई भी फिल्म रिलीज होने से पहले यह विद्वान उस फिल्म को देखेंगे और अगर फिल्म में किसी भी तरह से गलत और हिंदू धर्म को निशाना साधने जैसे तथ्य मिले तो फिर फिल्म निर्माताओं को नोटिस भेजकर उसमें सुधार करने को कहा जाएगा.
शंकराचार्य की नियुक्ति पर सवाल उठाने वालों को ज्ञान नहीं: शंकराचार्य ने बॉलीवुड इंडस्ट्री को दो टूक में चेतावनी दी है कि हिंदू धर्म के देवी-देवताओं का अपमान बंद होना चाहिए. इसके साथ ही शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने शंकराचार्य की नियुक्ति पर सवाल उठाने वाले अखाड़ों को भी खरी खरी सुनाई है. शंकराचार्य ने कहा कि स्वर्गीय जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद महाराज के आदेश के मुताबिक ही शंकराचार्यों की नियुक्ति हुई है. जिसमें पूरी तरह से नियमों का पालन किया गया है. शंकराचार्य की नियुक्ति पर सवाल उठाने वाले एक अखाड़े के कुछ लोग हैं, जिन्हें किसी भी तरह का ज्ञान नहीं है. शंकराचार्य की नियुक्ति में कभी भी अखाड़े शामिल नहीं होते हैं, लेकिन अब शंकराचार्य की नियुक्ति सर्वसम्मति से हो चुकी है, सवाल उठाने वालों का तर्क निराधार है.
मंत्री प्रहलाद पटेल ने किया समर्थन: वहीं भारत विभाजन को निरस्त करने के बयान पर अब सियासी नेता भी खुलकर अपनी राय जाहिर करने लगे हैं. राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद द्वारा दिये गए बयान का समर्थन किया है. मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि वे उनकी राय का अभिनंदन करते हैं. उन्होंने कहा है कि धर्माचार्यों की बातों को सरकार और समाज गंभीरता से लेता है. हमारे जितने भी कथन होते हैं. उनमें कटुता नहीं होती बल्कि सच्चाई है. केंद्रीय राज्यमंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा है कि हम सभी को शांति पूर्वक अपने प्रयासों में लगे रहना चाहिए. ज्योतिष और द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के देवलोक गमन के बाद ज्योतिष पीठ पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज का पट्टाभिषेक किया गया था. इसके बाद वे रविवार को पहली बार जबलपुर पहुंचे.