कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा (West Bengal Assembly) में विपक्ष के नेता एवं भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने 'राजनीतिक प्रतिशोध' (Political Revenge) का आरोप लगाते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय (Culcutta High Court) में एक याचिका दायर की है. उन्होंने राज्य की पुलिस द्वारा अपने खिलाफ दर्ज किए गए सभी आपराधिक मामलों को सीबीआई को सौंपने का अनुरोध किया है.
अधिकारी ने राज्य पुलिस द्वारा उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकियों को भी रद्द करने का आदेश देने का आग्रह किया है. भाजपा विधायक ने अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों को निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई को सौंपने का अनुरोध करते हुए रिट याचिका दायर की.
उन्होंने आरोप लगाया है कि विपक्षी दल का नेता होने के कारण उन्हें 'राजनीतिक प्रतिशोध' का सामना करना पड़ रहा है और उनके खिलाफ 'झूठे दावे' करके मामले दर्ज किए गए. उन्होंने उच्च न्यायालय से उनके खिलाफ प्राथमिकियों को रद्द करने का निर्देश देने का भी अनुरोध किया.
राज्य की पुलिस और आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) अधिकारी से जुड़े कई मामलों की जांच कर रहा है.
पढ़ें : शुभेंदु अधिकारी के घर पहुंची सीआईडी, अंगरक्षक की मौत का है मामला
पेगासस जासूसी सॉफ्टवेयर (Pegasus Spyware Software) के साथ कथित जासूसी गतिविधियों को लेकर देशभर में मचे हंगामे के बीच भाजपा नेता ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि उन्हें पूर्व मेदिनीपुर जिले के पुलिस अधीक्षक अमरनाथ के. की फोन से जुड़ी जानकारियां मिली थीं जिसके चलते पुलिस ने मंगलवार को उनके खिलाफ स्वत: संज्ञान मामला दायर किया.
अधिकारी ने सोमवार को जिले के तमलुक इलाके में पार्टी की एक बैठक के दौरान स्थानीय पुलिस प्रमुख को सार्वजनिक रूप से सलाह दी थी कि वह ऐसा कुछ भी न करें जिससे उनका कश्मीर में तबादला करना पड़ जाए.
नंदीग्राम से विधायक अधिकारी ने इस साल की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को मामूली अंतर से हराया.
जिला पुलिस पूर्व मेदिनीपुर में राहत सामग्री की कथित चोरी के मामले की भी जांच कर रही है. राज्य सीआईडी एक पुलिस कांस्टेबल की अप्राकृतिक मौत की जांच कर रही है जो तीन साल पहले अधिकारी के सुरक्षा दल का हिस्सा था. उस वक्त वह पूर्ववर्ती टीएमसी सरकार में मंत्री थे. कांस्टेबल की विधवा की शिकायत पर हाल में हत्या का मामला दर्ज किया गया और मामले की जांच सीआईडी को सौंपी गई.
(पीटीआई-भाषा)