तिरुवनंतपुरम : केरल में मंकीपॉक्स रोग का एक संदिग्ध मामला सामने आया है. यूएई से लौटे शख्स में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखे हैं. स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज का कहना है कि टेस्ट के नतीजे आने के बाद ही इस बीमारी की पुष्टि हो सकती है. सैंपल पुणे वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट भेजा गया है. परीक्षा परिणाम शाम तक आने की उम्मीद है. जिस व्यक्ति में बीमारी के लक्षण दिखाई दे रहे हैं उसे आइसोलेशन में रखा गया है. जो लोग मुख्य रूप से उसके संपर्क में थे, वे भी फिलहाल निगरानी में हैं. स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज का कहना है कि प्राथमिक संपर्कों में बीमारी फैलने की संभावना है लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है.
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मंकीपॉक्स एक बड़ा डीएनए वायरस है जो ऑर्थोपॉक्सवायरस परिवार से संबंधित है. संबंधित चेचक वायरस के विपरीत, वेरियोला, जो केवल मनुष्यों को प्रभावित करता है, मंकीपॉक्स वायरस अफ्रीका के कुछ हिस्सों में रोडेंट्स और अन्य जानवरों में पाया जाता है. हम दो समूहों (वायरस समूह) के बारे में जानते हैं और यह वर्तमान में अफ्रीका के बाहर फैले वायरस कम गंभीर हैं. ऑर्थोपॉक्सवायरस स्थिर वायरस हैं जो ज्यादा म्यूटेट नहीं करते हैं. हालाँकि वर्तमान प्रकोप के कारण वायरस में कई म्यूटेशन हुए हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका में कम से कम दो अलग-अलग स्ट्रेन्स फैला है.
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