अमरावती : आंध्र प्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू जिले के मुंचंगीपुट्टु मंडल के एक सुदूर गांव दोरागुडा में एंथ्रेक्स बीमारी जैसे लक्षण मिलने से डॉक्टरों की चिंता बढ़ गई है. हालांकि इससे पहले लक्ष्मीपुरम पंचायत के दुर्गम गांव दोरागुडा में एंथ्रेक्स के लक्षणों से कई बच्चों की मौत हो चुकी है. मुंचंगीपुट्टु में एंथ्रेक्स के लक्षण होने के संदेह में सात लोगों का ब्लड टेस्ट किया गया, जिनकी प्रारंभिक रिपोर्ट निगेटिव आई है. हालांकि टिश्यू कल्चर टेस्ट का पूरा परिणाम आने में 48 घंटे का समय लगेगा और रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
हाल ही में एक आशा कार्यकर्ता ने गांव में एक बच्चे में इसी तरह के लक्षण मिलने पर उसने उसकी तस्वीर खींचकर डॉक्टरों के पास भेज दी. इस पर कलेक्टर सुमित कुमार के द्वारा दोरागुडा में विशेष चिकित्सा शिविर का आयोजन कराकर बीमारी की जांच की गई. साथ ही चिकित्सा अधिकारियों की एक टीम ने भी गांव का दौरा किया और चिकित्सा संबंधी जानकारी का जायजा लिया. बताया जाता है कि इस दौरान 15 लोगों में एंथ्रेक्स के लक्षण मिले, उनमें सात के लक्षण गंभीर प्रकृति के थे.
इसके बाद पीड़ित लोगों के खून के नमूने लेने के बाद डॉक्टरों की टीम ने उसे विशाखापत्तनम केजीएच की प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे. उन्होंने कहा कि वह मेडिकल जांच के बाद किसी नतीजे पर पहुंचेंगे. हालांकि एहतियात के तौर पर गांव के मवेशियों का टीकाकरण किया गया है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त जे. निवास ने कहा कि अल्लूरी सीतारामा राजू जिले के मुंचंगीपुट्टु में एंथ्रेक्स के लक्षण होने के संदेह में सात लोगों से नमूने लिए गए, लेकिन परीक्षण नकारात्मक आए हैं. स्थानीय लोगों का मेडिकल चेकअप और स्क्रीनिंग टेस्ट किया गया और एंटीबायोटिक्स भी दिए गए हैं.
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