छिंदवाड़ा। सोमवार को बिहार में नीतीश कुमार सरकार ने जातिगत जनगणना सर्वे रिपोर्ट कार्ड जारी किया है, इसको लेकर जहां लालू प्रसाद यादव अपनी उपलब्धि बता रहे हैं तो वहीं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा है कि "जब बिहार में भाजपा की गठबंधन सरकार थी, उस दौरान जातिगत जनगणना सर्वे का फैसला लिया गया था. इसलिए लालू प्रसाद यादव अपनी झूठी वाहवाही ना लूटें." दरअसल सुशील मोदी को बीजेपी आलाकमान ने एमपी चुनाव 2023 से पहले एमपी भेजा है, जहां वे 3 दिनों तक कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा की निगरानी कर रहे हैं और टिकट ना मिलने से नाराज कार्यकर्ताओं को मना रहे हैं.
सुशील मोदी ने नहीं दिया जवाब: बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भी बिहार सरकार की जमकर तारीफ की है, मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार बनने पर जातिगत जनगणना करने की गारंटी कांग्रेस ने दी है, इस पर जब ईटीवी भारत ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी से सवाल किया कि बिहार में तो वह जातिगत जनगणना का समर्थन कर रहे हैं और उनकी सरकार के द्वारा लाया प्रस्ताव बताया जा रहा है, तो क्या मध्यप्रदेश में भी इसे लागू करेंगे. इस पर बिना कुछ कहे हुए कार में बैठ कर चलते गए.
कांग्रेस ने दी एमपी में जातिगत जनगणना कराने की गारंटी: बता दें कि मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस का कहना है कि अगर उनकी सरकार बनती है तो वह जातिगत जनगणना कराएंगे. कमलनाथ के द्वारा दिए गए वचन में ये भी शामिल है कि "एमपी में कांग्रेस सरकार बनते ही मध्य प्रदेश में भी जाति आधार पर जनगणना कराई जाएगी." बिहार में जाति जनगणना की सर्वे जारी होने के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ दिग्विजय सिंह सहित वरिष्ठ नेताओं ने बिहार सरकार की तारीफ की है.
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चुनाव से पहले सुशील मोदी का एमपी दौरा: दरअसल एमपी चुनाव 2023 से पहले सुशील मोदी को कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा की चुनावी कमान सौंपी गई है, वे यहां के विधानसभा चुनाव पर नजर रखेंगे. विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट की इच्छा रखने वाले असंतुष्ट नेताओं से चर्चा कर उन्हें मनाने का प्रयास कर रहे हैं, इसके साथ ही वे कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर छिंदवाड़ा जिले की राजनीतिक तासीर के बारे में भी जानकारी ले रहे हैं.