नई दिल्ली : सागर हत्याकांड (Sagar murder case) में आरोपी सुशील कुमार को पुलिस हरिद्वार लेकर गई थी. लेकिन इस मामले में अहम सबूत मोबाइल बरामद नहीं हो पाया है. पुलिस टीम का मानना है कि सुशील ने सबूत नष्ट करने के मकसद से मोबाइल एवं कपड़े को फेंक दिया है.
जिसके चलते पुलिस सुशील के खिलाफ सबूत नष्ट करने के आरोप में IPC की धारा 201 भी FIR में जोड़ सकती है. इसके अलावा पुलिस ने सुशील को दिए गए हथियार का लाइसेंस भी सस्पेंड कर दिया है.
पुलिस ने निकाली कॉल डिटेल
पुलिस सूत्रों के अनुसार बीते 4 मई से सुशील अपना एवं अजय बक्करवाला का मोबाइल इस्तेमाल कर रहा था. पुलिस टीम ने इन दोनों मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकाली है. जिससे पता चला है कि 4 मई को किन लोगों से उनकी बात हुई है. इन सभी लोगों से पुलिस पूछताछ कर यह जानेगी कि उनके बीच क्या बातचीत हुई थी.
इसके अलावा कुछ अन्य आरोपियों से हुई बातचीत साबित करेगी कि उन्हें सुशील ने बुलाया था. बीते 4 मई को सुशील एवं अजय की सुबह से लेकर देर रात तक की लोकेशन भी पुलिस ने निकलवाई है. इससे यह जानकारी मिल गई है कि सुशील उस दिन कहां मौजूद था.
हरिद्वार से खाली हाथ लौट आई पुलिस टीम
सोमवार को पुलिस टीम इस मामले की जांच करने एवं मोबाइल बरामद करने के लिए सुशील को लेकर हरिद्वार गई थी. सुशील ने पुलिस को बताया था कि उसने मोबाइल गंगा किनारे फेंका था. लेकिन उस जगह पर पुलिस को मोबाइल नहीं मिला.
पुलिस को आशंका है कि सुशील ने अपना मोबाइल गंगा में फेंक दिया होगा, जिसके बारे में वह स्पष्ट तौर पर नहीं बता रहा है. इसके अलावा हरिद्वार जाने का मकसद वारदात के समय उसके द्वारा पहने गए कपड़े भी बरामद करना था लेकिन यह कपड़े भी पुलिस को नहीं मिले.
इसके बाद वह सुशील और अजय को लेकर वापस दिल्ली लौट आये हैं. पुलिस का साफ कहना है कि सुशील जांच में सहयोग नहीं कर रहा है.
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बता दें कि सुशील की रिमांड अवधि आज खत्म हो रही है. उसे बुधवार को अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा.