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अयोध्या में 'भूमि घोटाले' का स्वत: संज्ञान ले उच्चतम न्यायालय: कांग्रेस - अयोध्या में भूमि घोटाले का स्वत संज्ञान ले सुप्रीम कोर्ट

कांग्रेस ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) को अयोध्या में हुए भूमि घोटाले पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए. इसको लेकर पार्टी महासचिव जयराम रमेश (Jairam Ramesh) जहां ट्वीट किया है वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Shrinate) ने मीडिया से बातचीत में इस मुद्दे को लेकर सरकार पर आरोप लगाए.

Supriya Shrinate
सुप्रिया श्रीनेत
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Published : Aug 8, 2022, 4:12 PM IST

नई दिल्ली : अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा अवैध रूप से भूखंड बेचने और उन पर निर्माण कार्य कराने वाले 40 लोगों की सूची जारी किए जाने के बाद कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि 'भूमि घोटाले' के मामले में उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए ताकि जमीन के नाम पर लूट बंद हो. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, 'मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के नाम पर भाजपा का घोटाला. इस पर गृह मंत्री अमित शाह चुप क्यों हैं?'

  • मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के नाम पर भाजपा का घोटाला। इस पर गृहमंत्री @AmitShah चुप्प क्यों हैं? pic.twitter.com/jELsks7GXo

    — Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 8, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने संवाददाताओं से कहा, 'आज भाजपा को भी मानना पड़ रहा है कि उसके नेता, विधायक, महापौर, अधिकारी अयोध्या में बड़ी तादाद में जमीन के घोर घोटाले में संलिप्त हैं. भगवान राम के नाम पर अवैध ज़मीन खरीदने -बेचने के घोटाले में 40 लोगों की सूची जारी हुई है, जिसमें भाजपा के विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, पूर्व विधायक गोरखनाथ के नाम भी शामिल हैं.'

उन्होंने आरोप लगाया, 'इस जमीन घोटाले में न केवल भाजपा के विधायक और नेताओं ने लूट मचाई हुई है बल्कि नौकरशाहों और उनके रिश्तेदार, यहां तक कि स्थानीय राजस्व अधिकारियों, जिनका काम भूमि लेन-देन को प्रमाणित करना होता है, उन्होंने भी वहां पर बड़ा घोटाला किया.' सुप्रिया ने कहा, 'चंदा चोर भाजपा नेताओं ने कौड़ियों के दाम ज़मीन खरीदकर महंगे दाम पर ट्रस्ट को बेची. आस-पास की जमीनों को सस्ते दामों पर उन लोगों ने ख़रीदा है, जिन्हें इसके ब्लू प्रिंट के बारे में पता था. दलितों की जमीन, जो खरीदी नहीं जा सकती थी, वो हड़पी गई है.'

उन्होंने सवाल किया, 'आज देश मोदी जी से पूछता है कि आप मौन क्यों हैं? आज देश अमित शाह जी से पूछता है कि कहां हैं आप? क्यों आप इसकी निंदा नहीं करते हैं? क्यों आप बयान नहीं देते हैं?' कांग्रेस नेता ने कहा, 'हम यह मांग करते हैं कि उच्चतम न्यायालय, जिसके निर्देशानुसार मंदिर ट्रस्ट का गठन हुआ था, वह इस मामले में स्वत: संज्ञान ले और रामचंद्र जी के नाम पर होने वाली इस लूट, घोटाले, चंदाचोरी और मुनाफाखोरी को तुरंत बंद करे.'

गौरतलब है कि अयोध्या विकास प्राधिकरण ने अपने क्षेत्र में अवैध रूप से भूखंड बेचने और उन पर निर्माण कार्य कराने वाले 40 लोगों की सूची जारी की है. इनमें अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक वेद प्रकाश गुप्ता भी शामिल हैं. प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने रविवार को बताया कि प्राधिकरण द्वारा शनिवार रात अवैध रूप से जमीन की खरीद-फरोख्त और निर्माण कार्य कराने वाले 40 लोगों की एक सूची जारी की गई. उन्होंने कहा कि सूची में शामिल इन सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें - खड़गे को समन पर कांग्रेस ने कहा : यह सुनिश्चित करें कि सांसदों और संसद का अपमान फिर से न हो

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा अवैध रूप से भूखंड बेचने और उन पर निर्माण कार्य कराने वाले 40 लोगों की सूची जारी किए जाने के बाद कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि 'भूमि घोटाले' के मामले में उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए ताकि जमीन के नाम पर लूट बंद हो. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, 'मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के नाम पर भाजपा का घोटाला. इस पर गृह मंत्री अमित शाह चुप क्यों हैं?'

  • मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के नाम पर भाजपा का घोटाला। इस पर गृहमंत्री @AmitShah चुप्प क्यों हैं? pic.twitter.com/jELsks7GXo

    — Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 8, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने संवाददाताओं से कहा, 'आज भाजपा को भी मानना पड़ रहा है कि उसके नेता, विधायक, महापौर, अधिकारी अयोध्या में बड़ी तादाद में जमीन के घोर घोटाले में संलिप्त हैं. भगवान राम के नाम पर अवैध ज़मीन खरीदने -बेचने के घोटाले में 40 लोगों की सूची जारी हुई है, जिसमें भाजपा के विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, पूर्व विधायक गोरखनाथ के नाम भी शामिल हैं.'

उन्होंने आरोप लगाया, 'इस जमीन घोटाले में न केवल भाजपा के विधायक और नेताओं ने लूट मचाई हुई है बल्कि नौकरशाहों और उनके रिश्तेदार, यहां तक कि स्थानीय राजस्व अधिकारियों, जिनका काम भूमि लेन-देन को प्रमाणित करना होता है, उन्होंने भी वहां पर बड़ा घोटाला किया.' सुप्रिया ने कहा, 'चंदा चोर भाजपा नेताओं ने कौड़ियों के दाम ज़मीन खरीदकर महंगे दाम पर ट्रस्ट को बेची. आस-पास की जमीनों को सस्ते दामों पर उन लोगों ने ख़रीदा है, जिन्हें इसके ब्लू प्रिंट के बारे में पता था. दलितों की जमीन, जो खरीदी नहीं जा सकती थी, वो हड़पी गई है.'

उन्होंने सवाल किया, 'आज देश मोदी जी से पूछता है कि आप मौन क्यों हैं? आज देश अमित शाह जी से पूछता है कि कहां हैं आप? क्यों आप इसकी निंदा नहीं करते हैं? क्यों आप बयान नहीं देते हैं?' कांग्रेस नेता ने कहा, 'हम यह मांग करते हैं कि उच्चतम न्यायालय, जिसके निर्देशानुसार मंदिर ट्रस्ट का गठन हुआ था, वह इस मामले में स्वत: संज्ञान ले और रामचंद्र जी के नाम पर होने वाली इस लूट, घोटाले, चंदाचोरी और मुनाफाखोरी को तुरंत बंद करे.'

गौरतलब है कि अयोध्या विकास प्राधिकरण ने अपने क्षेत्र में अवैध रूप से भूखंड बेचने और उन पर निर्माण कार्य कराने वाले 40 लोगों की सूची जारी की है. इनमें अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक वेद प्रकाश गुप्ता भी शामिल हैं. प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने रविवार को बताया कि प्राधिकरण द्वारा शनिवार रात अवैध रूप से जमीन की खरीद-फरोख्त और निर्माण कार्य कराने वाले 40 लोगों की एक सूची जारी की गई. उन्होंने कहा कि सूची में शामिल इन सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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(पीटीआई-भाषा)

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