अगरतला: भारतीय जनता पार्टी के दो विधायकों सुदीप रॉय बर्मन और आशीष साहा मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गए. इससे पहले दोनों विधायकों ने सोमवार को त्रिपुरा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. और तो और दोनों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था. सुदीप और साहा ने सोमवार सुबह विधानसभा अध्यक्ष रतन चक्रवर्ती से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा था.
इसपर चक्रवर्ती ने कहा था कि, 'रॉय बर्मन और साहा ने मुझसे मुलाकात की और अपने त्यागपत्र सौंपे. मैंने त्रिपुरा विधानसभा सचिव को त्यागपत्रों की जांच करने को कहा है. मैं तभी उनके त्यागपत्र को स्वीकार करूंगा, जब वे सदन के कार्य संचालन नियमों के मानदंडों के मुताबिक होंगे.' वहीं रॉय बर्मन ने संवाददाताओं को बताया कि आज ही वे दोनों दिल्ली जाएंगे और आगे की रूपरेखा को अंतिम रूप देंगे.
वहीं मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के आलोचक समझे जाने वाले रॉय बर्मन ने कहा कि, 'मैं त्यागपत्र देने के बाद कार्यमुक्त हो चुका हूं क्योंकि भाजपा नीत सरकार लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने में पूरी तरह नाकाम रही है. त्रिपुरा में लोकतंत्र का गला घोंट दिया गया है और किसी को बोलने की अनुमति नहीं है.' उन्होंने दावा किया कि अगले विधानसभा चुनाव तक राज्य की भाजपा नीत सरकार अल्पमत में आ जाएगी, क्योंकि कई विधायक पार्टी छोड़ने की योजना बना रहे हैं.
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साहा ने यह भी कहा कि हम 12 फरवरी को त्रिपुरा लौटेंगे. हमने भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष माणिक साहा को पत्र भेज कर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. दोनों विधायकों के इस्तीफे के बाद राज्य की 60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के विधायकों की संख्या 33 रह गई है. वहीं, भाजपा की त्रिपुरा इकाई ने बिप्लब देब सरकार पर किसी भी तरह का खतरा होने की अटकलों को खारिज किया है.
PTI