दावणगेरे/शिवमोग्गा: सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच जारी संघर्ष से पूरे देश के लोग दहशत में समय बिता रहे हैं. रिहायशी इलाकों में भी फायरिंग हो रही है जिसके चलते कई लोगों की मौत हो गई और भारी संख्या में लोग घायल हो गए हैं. सूडान के अल्पशेर शहर में कर्नाटक के कुल 31 लोग फंसे हुए हैं जिसमें दावणगेरे जिले के 5 लोगों शामिल हैं. उन्होंने भारत सरकार को फोटो और वीडियो भेजकर उन्हें बचाने की गुहार लगाई हैं.
जिन घरों में भारतीय ठहरे हुए थे उन पर भी फायरिंग की गई. बताया जा रहा है कि हालात बिगड़ने के साथ ही खाने-पीने की किल्लत हो गई है. कर्नाटक के 31 लोगों में से शिमोगा के 7, दावणगेरे जिले के चन्नागिरी के 5, मैसूर जिले के हुनसूर के 19 लोग फंसे हुए हैं. इनमें से कुछ मजदूर हैं जो काम की तलाश में सूडान गए थे. लगातार हो रही फायरिंग से महिलाएं सहमी हुई हैं. जिस इमारत में आवास है उस पर भी फायरिंग की गई है जिससे लोग भयभीत हैं और चिंता से ग्रसित हैं. वहां फंसे लोगों का कहना है कि सरकार को हमें यहां से निकालने में मदद करनी चाहिए. मालूम हो कि सूडान में फंसे 31 कन्नड़ लोगों में से ज्यादातर हर्बल दवा बेचने गए थे.
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वहीं, शिमोगा के हक्कीपिक्की समुदाय के 7 लोग भी सूडान में फंसे हुए हैं. उन्होंने कहा कि हम कर्नाटक के रहने वाले हैं. अल्फाशेर सिटी, सूडान, अफ्रीका में रह रहे हैं. हम 10 दिन पहले यहां आए थे. पिछले 3 दिनों से फायरिंग शुरू हो रही है. हमारे घर के आसपास फायरिंग हो रही है और हम बमों की आवाज भी सुन रहे हैं. हवाई अड्डा नष्ट हो गया है. बड़े-बड़े नगर नष्ट हो गए हैं. पीड़ितों ने वीडियो में अपनी दुखभरी कहानी कही है. उन्होंने कहा कि यहां भोजन, नाश्ता या पीने का पानी तक नहीं है.