मैंगलोर : कर्नाटक में हिजाब का विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. मैंगलोर के वीवी कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि वे चाहते हैं कि कॉलेज में हिजाब का नियम लागू हो. यानी हिजाब पहनने वाले स्टूडेंट्स को कॉलेज में एंट्री न दी जाए.
स्टूडेंट्स का कहना था कि कॉलेज जब मैंगलोर विश्वविद्यालय के अधिकार क्षेत्र में आता है. ऐसे में नियम के मुताबिक कॉलेज में हिजाब पहनने की अनुमति नहीं है, फिर भी स्टूडेंट्स हिजाब पहनकर कॉलेज आ रहे हैं. इसलिए छात्रों ने हिजाब के खिलाफ नियमों का सख्ती से पालन करने की बात कही. हालांकि विरोध प्रदर्शन के बारे में जानकारी मिलने पर प्राचार्य ने प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हुए. वही छात्रसंघ अध्यक्ष ने भी छात्रों की मांगों का जवाब नहीं दिया.
बता दें कि इस साल फरवरी में कर्नाटक हाईकोर्ट ने स्कूल कॉलेज में हिजाब पहन कर जाने वाली याचिका को खारिज कर दिया था. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के फैसले को हरी झंडी दे दी थी. कोर्ट ने कहा था कि हिजाब इस्लाम धर्म में आवश्यक धार्मिक प्रथा का हिस्सा नहीं है. कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेश के बाद प्री-यूनिवर्सिटी शिक्षा विभाग ने इस साल के शैक्षणिक सत्र से प्री-यूनिवर्सिटी (पीयू) छात्रों के लिए महाविद्यालय विकास समिति द्वारा निर्धारित ड्रेस को अनिवार्य कर दिया. लेकिन इसके बावजूद कई कॉलेजों में इसे सख्ती से लागू नहीं किया गया है. छात्रों का आरोप है कि अभी भी छात्राएं हिजाब पहन कर क्लास में आती हैं.
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पिछले महीने उडुपी जिले में प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में हिजाब पर लगे बैन को हाईकोर्ट में चुनौती देने वाली दोनों छात्राओं ने परीक्षा नहीं दी थी. इन दोनों छात्राओं को हिजाब पहनकर परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई थी. जिसके बाद दोनों अपने-अपने घर लौट गई . कॉलेज के अधिकारियों ने उच्च न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए उन्हें एग्जाम हॉल में एंट्री देने से इनकार कर दिया था. इसके बाद दोनों ही छात्राएं घर लौट गईं.