अररिया (फारबिसगंज): भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र जोगबनी बार्डर (Jogbani Border ) पर तनाव का माहौल है. बीते दिनों मुहर्रम का जुलूस (Muharram Procession) लेकर सीमा पर आए नेपाल के लोगों ने भारतीय पुलिस पर पथराव (Stone Pelting On Indian Police) कर दिया. जिसमें कई पुलिसकर्मी बुरी तरह से घायल हो गए. मामले की सूचना पाकर पहुंचे एसडीएम ने नेपाल के रानी थाना निरीक्षक को कड़े शब्दों में दोषी पर कार्रवाई करने की बात कही है.
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि शुक्रवार को पड़ोसी देश नेपाल से कुछ लोग मुहर्रम का जुलूस लेकर भारत में आ घुसे, जिसे देख सुरक्षा में खड़े जोगबनी पुलिस द्वारा रोका गया. इसके विरोध में ताजिया जुलूस लेकर आए लोग भारतीय पुलिस पर पथराव करने लगे. जानकारी के अनुसार, इस पथराव में कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए.
मामले की जानकारी मिलते ही घटनास्थल पहुंचे फारबिसगंज अनुमंडल पदाधिकारी सुरेन्द्र कुमार अलबेला और डीएसपी रामपुकार सिंह ने पथराव की घटना को संज्ञान में लेते हुए नेपाल के रानी थाना निरीक्षक प्रकाश रावत को कडे़ शब्दों में दोषी पर कार्रवाई करने की बात कही.
अधिकारियों ने इसे गंभीर मामला बताते हुए कहा कि जब कोरोना को लेकर भारतीय क्षेत्रों में मुहर्रम पर प्रतिबंध होने के बाद भी नेपाल से जुलूस जबरन भारतीय क्षेत्र में कैसे प्रवेश कर गया. एसएसबी आखिर मूकदर्शक कैसे बनी रही. वहीं, घटना के समय मजिस्ट्रेट भी गायब थे.
फिलहाल, मटियरवा सीमा स्थित चाणक्य चौक पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है. मुहर्रम जुलूस में शामिल लोगों ने नेपाल से जोगबनी सीमा पर पुलिस पर पथराव किया है. मामले के बाद से यहां तनाव की स्थिति बनी हुई है.
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अवस्थित चाणक्य चौक और इस्लामपुर का विवादों से गहरा नाता रहा है. समय-समय पर उपद्रवियों के द्वारा दो देशों के संबंध को बिगाड़ने का प्रयास होता रहा है. पहले भी चाणक्य चौक पर पत्थरबाजी की घटना हो चुकी है. वहीं, इन सीमाओं पर अक्सर तस्करी के भी मामले सामने आते है. कई बार दोनों देशों के अधिकारियों के बीच इस सभी विषयों को लेकर बातचीत हुई है. लेकिन इसके बावजूद इस तरह के मामले लगातार सामने आ रहे हैं.