बायद (गुजरात) : गुजरात के अरवल्ली जिले में दलित की बारात में शामिल लोगों पर कुछ लोगों ने कथित तौर पर पथराव किया. एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि ये लोग दूल्हे के कुछ रिश्तेदारों के सिर पर परंपरागत साफा पहनने और संगीत बजाए जाने से नाराज थे.
अंबालियारा पुलिस थाने के निरीक्षक आर एम दामोर ने बताया कि यह घटना तब हुई जब मंगलवार शाम को बायद कस्बे के निकट लिंच गांव में बारात शादी के लिये जा रही थी.
उन्होंने बताया कि घटना के बाद राजपूत समुदाय के नौ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. दुल्हन के एक रिश्तेदार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत को उद्धृत करते हुए अधिकारी ने कहा कि बारात जब गांव में पहुंची तो लिंच के कुछ लोगों ने कथित तौर पर उस पर पथराव किया.
अधिकारी ने कहा, 'आरोपियों ने बारात में शामिल दलित पुरुषों और महिलाओं के साफा पहनने पर आपत्ति जताई थी. उन्होंने कथित तौर पर बारात पर पथराव किया और जातिगत टिप्पणियां भी कीं.'
प्राथमिकी में ये लगाए आरोप
प्राथमिकी के मुताबिक शिकायतकर्ता और परिवार के अन्य सदस्यों ने आरोपियों से इसकी वजह जाननी चाही और पथराव रोकने का अनुरोध किया, एक आरोपी ने इस पर कथित तौर से दुल्हन के एक रिश्तेदार पर हमला कर दिया.
दामोर ने कहा, 'आरोपियों ने कथित तौर पर वर पक्ष को शादी के दौरान साफा न बांधने और डीजे सिस्टम पर संगीत न बजाने को लेकर चेतावनी दी. उन्होंने शिकायतकर्ता और उसके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी भी दी.'
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उन्होंने कहा कि नौ लोगों के खिलाफ दंगा, हमला, आपराधिक धमकी देने का मामला भादंसं और अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.
उन्होंने कहा कि मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.