नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने शुक्रवार को कहा कि टीकों के लिए कई कीमत तय किए जाने के भेदभावपूर्ण निर्णय को राज्यों को अस्वीकार करना चाहिए. उन्हें मिलकर टीका निर्माता कंपनियों से बातचीत करके नया मूल्य निर्धारित करना चाहिए.
पूर्व गृह मंत्री ने ट्वीट किया, केंद्र सरकार द्वारा टीकों के लिए कई कीमतों की अनुमति देने का निर्णय भेदभावपूर्ण और प्रतिगामी है. राज्यों को सर्वसम्मति से निर्णय को अस्वीकार करना चाहिए.
उन्होंने कहा, सबसे अच्छा तरीका यह है कि राज्य सरकारें संयुक्त रूप से एक 'मूल्य वार्ता समिति' का गठन करें. साथ ही दोनों टीका निर्माताओं के साथ एक समान मूल्य पर वैक्सीन देने के लिए बातचीत करने की पेशकश करें.
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चिदंबरम ने आरोप लगाया, केंद्र सरकार ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करने से पल्ला झाड़ लिया है और कॉर्पोरेट मुनाफाखोरी के सामने समर्पण कर दिया है.
गौरतलब है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने 18 से 45 साल आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण के लिए राज्यों को 400 रुपये और निजी अस्पतालों को 600 रुपये में टीका देने का फैसला किया है. इसके साथ ही केंद्र सरकार को पहले की तरह 150 रुपये में टीका उपलब्ध कराती रहेगी.
कांग्रेस की मांग है कि पूरे देश में टीके की एक कीमत तय होनी चाहिए.