धुपगुरी : उत्तर बंगाल के धूपगुड़ी में मंगलवार को एक टीकाकरण केंद्र में भगदड़ मचने से कुल 30 लोग घायल हो गए. चार लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है. घटना जलपाईगुड़ी जिले के धूपगुड़ी में बनारहाट प्रखंड के नंबर एक ग्राम पंचायत क्षेत्र की है.
भगदड़ में घायल होने वालों में पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया.
दुरामारी चंद्रकांता उच्च माध्यमिक विद्यालय (Duramari Chandrakanta High Secondary School)में एक टीकाकरण केंद्र बनाया गया था. आज सुबह से ही स्कूल के गेट के सामने टीकाकरण के लिए लंबी कतार दिखाई दे रही थी.
कतार लंबी होने लगी. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने स्कूल का एक छोटा सा गेट खोल दिया. कतार में खड़े लोग उस गेट से अंदर जाने के लिए दौड़ पड़े. इधर भीड़ में शामिल लाेग स्कूल के बड़े गेट के सामने भी दौड़ पड़े, जिससे ताला टूट गया और भगदड़ मच गई. उस प्रक्रिया में कुछ पुलिस कर्मियों सहित 30 लोग घायल भी हुए थे.
घायलों को पहले स्थानीय बीरपारा राजकीय सामान्य अस्पताल (Beerpara State General Hospital) और धूपगुड़ी ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया. गंभीर रूप से घायलों को जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. हालांकि भगदड़ के बाद भी जगह पर टीकाकरण के लिए भीड़ कम नहीं हुई.
इस मुद्दे पर बोलते हुए जलपाईगुड़ी की जिलाधिकारी मौमिता गोदारा ( Moumita Godara) ने कहा कि मामले की जांच अपर जिलाधिकारी द्वारा की जा रही है. उन्होंने कहा, इस बात की जांच की जाएगी कि यह कैसे हुआ. इस विशेष केंद्र में टीकाकरण प्रक्रिया को अब रोक दिया गया है. चार को बीरपारा राज्य सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
भाजपा के जलपाईगुड़ी जिले के उपाध्यक्ष आलोक चक्रपार्टी ने आरोप लगाया कि इस हादसे के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जिम्मेदार हैं.
उन्हाेंने कहा कि पूरी तरह से कुप्रबंधन है. मुझे आश्चर्य है कि सीएमओएच क्या कर रहा था. क्या उनके पास जवाब देने की जिम्मेदारी नहीं है? मुख्यमंत्री का दावा है कि उनकी सरकार घर-घर पहुंच गई है. ताे घर-घर जाकर टीका क्याें नहीं लगाया जा रहा है.
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हालांकि, जलपाईगुड़ी जिले के सीएमओएच रामेंद्रनाथ प्रमाणिक ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि मैंने सुना है कि टीकाकरण के लिए जाते समय कुछ लोग बीमार हो गए थे. मेरे पास विस्तृत जानकारी नहीं है. मैं मौके पर जाऊंगा और इससे पहले मैं कुछ नहीं कहूंगा.