श्रीनगर : कश्मीर की पारंपरिक सोज़नी (सुई) कला को पुनर्जीवित करने के प्रयास में, श्रीनगर के दो युवा ने सोज़नी टोपी की सिलाई और ऑनलाइन बिक्री शुरू कर दी है. मोहसिन फैयाज और मुहम्मद ओवैस भट, दोनों श्रीनगर के ईदगाह क्षेत्र के निवासी हैं, पिछले चार वर्षों से कढ़ाई की रेखाओं वाली सोजनी टोपियां डिजाइन कर रहे हैं और उन्हें पूरे भारत और यहां तक कि विदेशों में भी बेच रहे हैं.
ईटीवी भारत से बात करते हुए मोहसिन ने कहा, "2018 में हमने अपने लिए कैप की सिलाई की थी, लेकिन जब हमने देखा कि लोग इसकी ओर आकर्षित हो रहे हैं, तो हमने अपना ऑनलाइन वेंचर शुरू किया. हमने कुछ और कलाकारों को भी हायर किया. इंटरनेट पर प्रतिबंध के कारण बहुत सारी समस्याएं हैं. हालांकि, हमने 2020 में ऑनलाइन वेंचर शुरू किया और अब हमें जो ऑर्डर मिल रहे हैं, उससे हम संतुष्ट हैं. वर्तमान में, हमें देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों से भी ऑर्डर मिल रहे हैं. हम उत्पादों की होम डिलीवरी भी करते हैं."
![कश्मीर सोजनी टोपी कला](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/jk-sri-03-sozni-caps-avb-7205608_03122022132938_0312f_1670054378_385_0312newsroom_1670075750_937.jpg)
टोपियों कक्वालिटी के बारे में उन्होंने कहा, "वे पश्मीना ऊन से बने होते हैं. हमारे द्वारा नियोजित शिल्पकारों की एक टीम है जो कुछ सुई का काम (सोज़नी) करते हैं, कुछ इसे रंग देते हैं जबकि हम डिजाइन करते हैं." अंत में, एक दर्जी पूरी कलाकृति को टोपियों में सिल देता है. हमने अब अपनी दुकान में महिलाओं के लिए टोपी शामिल की है." ओवैस के मुताबिक, यहां टोपियां 3500 रुपये से 10000 रुपये की रेंज में उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा, "कीमतें डिजाइन और अनुकूलन पर निर्भर करती हैं. सामान्य सीमा 3500 रुपये से 10000 रुपये है, लेकिन कीमतें अधिक भी हो सकती हैं.हम अनुकूलित टोपियां भी बना सकते हैं, जो 15 दिनों में उपलब्ध कराया जा सकता है."