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श्रीनगर मुठभेड़ : पुलिस ने जारी किया आतंकियों को सरेंडर की पेशकश का वीडियो - जम्मू कश्मीर पुलिस

श्रीनगर मुठभेड़ पर विवाद होने पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्विटर पर वीडियो जारी कर दावा किया है कि मुठभेड़ के दौरान 'घिरे हुए आतंकवादियों' को कई बार सरेंडर करने की अपील की गई थी. इससे पहले मारे गए आतंकियों के परिजनों और रिश्तेदारों ने श्रीनगर की प्रेस कॉलोनी में विरोध प्रदर्शन किया और शव को सौंपने व निष्पक्ष जांच की मांग की.

श्रीनगर मुठभेड़
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Published : Jan 4, 2021, 8:39 PM IST

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में पिछले हफ्ते में मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों के परिजनों ने दावा किया है कि वे निर्दोष थे. परिजनों ने सोमवार को श्रीनगर में प्रदर्शन भी किया और इंसाफ की मांग की. इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोमवार को ट्विटर कर वीडियो जारी किए और दावा किया कि मुठभेड़ के दौरान 'घिरे हुए आतंकवादियों' को कई बार सरेंडर करने की अपील की गई थी.

पुलिस ने पहले ट्वीट में कहा कि 29 दिसंबर की शाम होकरसर क्षेत्र में घेराबंदी के बाद सैनिकों ने बार-बार घिरे हुए आतंकियों से बाहर आने और सरेंडर करने को कहा. साथ ही उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाने का भरोसा भी दिया गया.

दूसरे ट्वीट में कश्मीर जोन पुलिस ने कहा कि 30 दिसंबर की सुबह होकरसर क्षेत्र में सैनिकों ने एक बार फिर आतंकियों से मैदान में बाहर आने और सरेंडर करने को कहा.'

इसके बाद 30 दिसंबर को रातभर चली मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने तीन आतंकियों- 24 वर्षीय एजाज मकबूल गनई, 22 वर्षीय जुबैर अहमद लोन और 16 वर्षीय अतहर मुश्ताक वानी को ढेर कर दिया था.

पुलिस ने मुठभेड़ के बाद उसी दिन जारी एक बयान में कहा था कि मारे गए तीनों युवक आतंकवादी थे, लेकिन उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं था. हालांकि, मारे गए युवकों के परिवारों ने पुलिस के दावे को खारिज कर दिया है.

पढ़ें- श्रीनगर मुठभेड़ : मारे गए युवकों के परिवारों ने किया प्रदर्शन, शव सौंपने की मांग

इससे पहले सोमवार को दिन में मारे गए आतंकवादी अतहर मुश्ताक के परिजनों ने श्रीनगर की प्रेस कॉलोनी में प्रदर्शन किया और शव को सौंपने और मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की. 16 वर्षीय अतहर मुश्ताक पुलवामा जिले का रहने वाला था.

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में पिछले हफ्ते में मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों के परिजनों ने दावा किया है कि वे निर्दोष थे. परिजनों ने सोमवार को श्रीनगर में प्रदर्शन भी किया और इंसाफ की मांग की. इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोमवार को ट्विटर कर वीडियो जारी किए और दावा किया कि मुठभेड़ के दौरान 'घिरे हुए आतंकवादियों' को कई बार सरेंडर करने की अपील की गई थी.

पुलिस ने पहले ट्वीट में कहा कि 29 दिसंबर की शाम होकरसर क्षेत्र में घेराबंदी के बाद सैनिकों ने बार-बार घिरे हुए आतंकियों से बाहर आने और सरेंडर करने को कहा. साथ ही उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाने का भरोसा भी दिया गया.

दूसरे ट्वीट में कश्मीर जोन पुलिस ने कहा कि 30 दिसंबर की सुबह होकरसर क्षेत्र में सैनिकों ने एक बार फिर आतंकियों से मैदान में बाहर आने और सरेंडर करने को कहा.'

इसके बाद 30 दिसंबर को रातभर चली मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने तीन आतंकियों- 24 वर्षीय एजाज मकबूल गनई, 22 वर्षीय जुबैर अहमद लोन और 16 वर्षीय अतहर मुश्ताक वानी को ढेर कर दिया था.

पुलिस ने मुठभेड़ के बाद उसी दिन जारी एक बयान में कहा था कि मारे गए तीनों युवक आतंकवादी थे, लेकिन उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं था. हालांकि, मारे गए युवकों के परिवारों ने पुलिस के दावे को खारिज कर दिया है.

पढ़ें- श्रीनगर मुठभेड़ : मारे गए युवकों के परिवारों ने किया प्रदर्शन, शव सौंपने की मांग

इससे पहले सोमवार को दिन में मारे गए आतंकवादी अतहर मुश्ताक के परिजनों ने श्रीनगर की प्रेस कॉलोनी में प्रदर्शन किया और शव को सौंपने और मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की. 16 वर्षीय अतहर मुश्ताक पुलवामा जिले का रहने वाला था.

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