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दुनियाभर में फैले इंदौरियों को स्वाद का झटका, प्लेन में जीरावन मसाला बैन

मध्यप्रदेश के मालवा का प्रसिद्ध जीरावन मसाला पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. प्लेन में अब लोग जीरावन मसाले को नहीं ले सकते हैं. नागर विमानन मंत्रालय ने इस मसाले को मिर्च की श्रेणी में मानकर रोक लगा दी है.

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Published : Apr 25, 2023, 9:57 PM IST

Updated : Apr 26, 2023, 11:05 AM IST

Spicy Jeeravan salt no longer taken in plane
स्वाद पर पाबंदी
इंदौरियों को स्वाद का झटका

इंदौर। मालवा के प्रसिद्ध व्यंजन पोहे में जायका बढ़ाने वाला चटपटा जीरावन मसाला अब प्लेन में उपयोग नहीं किया जा सकेगा. दरअसल पहली बार नागर विमानन मंत्रालय ने इस मसाले को मिर्च की श्रेणी में मानकर हवाई सफर के दौरान हैंडबैग में साथ लेकर चलने पर पाबंदी लगा दी है. दरअसल एयरपोर्ट अथॉरिटी ने जीरावन को उस 60 वस्तुओं की सूची में डाला है. जो हवाई सफर के दौरान साथ नहीं ले जाई जा सकती है.

कई तरह की सामग्री पर है प्रतिबंध: दरअसल विमानों की सुरक्षा के लिहाज से नागर विमानन मंत्रालय द्वारा हर साल ऐसी वस्तुओं की सूची जारी होती है. जिन्हें विमान में हवाई यात्रा के दौरान हैंडबैग में लेकर सफर नहीं किया जा सकता. इस साल की सूची में जीरावन को मिर्च की तरह ही हैंड बैग में रखने पर प्रतिबंधित किया गया है. इसके अलावा विमान में नशीले पदार्थ सिगरेट, तंबाकू, गांजा, शराब हेरोइन आदि ले जाना वर्जित है. इसी प्रकार बंदूक गन लाइटर, पैलेट गन स्टॉल गोला बारूद को नहीं ले जाया जा सकता. वहीं धारदार चीजें जैसे कटर, लाइटर, रेंजर वाला ब्लैक मेटल वाली कैंची नहीं ले जा सकते. इसके अलावा नेल कटर, सूखा नारियल, खिलौने, माचिस लाल मिर्च आधी ले जाना भी वर्जित है. एयरपोर्ट प्रबंधन के मुताबिक इस सूची में करीब 60 प्रकार की वस्तुएं एवं सामग्री है. जिन्हें हवाई यात्रा के दौरान अपने हैंडबैग में लेकर नहीं चला जा सकता. जीरावन को प्रतिबंधित करने को लेकर माना जा रहा है कि इसे लाल मिर्च की तरह उपयोग किया जा सकता है, क्योंकि लाल मिर्च पहले से ही विमान में यात्रा के दौरान लगेज बैग में ले जाना प्रतिबंधित रहा है. जीरा मन में भी मिर्च के साथ अन्य मसालों का एक निर्धारित मात्रा में मिश्रण है. इसलिए इसे भी लाल मिर्च की श्रेणी में मानकर प्रतिबंधित किया गया है.

कुछ खबर यहां पढ़ें

जीरावन में मिर्च होने से लगा प्रतिबंध: इधर इस प्रतिबंध से इंदौर के वह लोग खासे निराश हैं. जो पूरी दुनिया में जीरावन का एक्सपोर्ट करते हैं. इसके अलावा इंदौर के मारोठिया बाजार एवं सियागंज बाजार से जीरावन की आपूर्ति इंदौर समेत देशभर में होती है. वहीं इसका व्यवसाय करोड़ों में है, लेकिन अब जबकि एयरपोर्ट अथॉरिटी ने इसे लेकर नए प्रतिबंध लागू किए हैं तो आशंका है कि अब जीरावन की बिक्री पर इस फैसले का असर पड़ेगा. हालांकि हैंड बैग के स्थान पर अब कई यात्री इसे लगेज बैग में ले जा रहे हैं, लेकिन उन्हें भी कई मामलों में रोका जा रहा है. जैसे कई इंदौर वासी इसके प्रतिबंध को खत्म करने की मांग भी कर रहे हैं. इधर इस मामले में इंदौर एयरपोर्ट डायरेक्टर रमेश कुमार का कहना है कि जीरावन में मिर्च होती है. यह मसाले की श्रेणी में आता है, क्योंकि नागर विमानन मंत्रालय हर साल इस तरह की वस्तुओं अथवा सामग्री की लिस्ट विमान सुरक्षा के लिहाज से जारी करता है. जिसमें जीरावन को भी शामिल किया गया है. जीरावन के अलावा नारियल और अन्य ऐसी वस्तुएं भी हैं. जिनका प्लेन हाईजैक अथवा हिंसा की स्थिति में किसी न किसी रूप में उपयोग संभव है.

इंदौरियों को स्वाद का झटका

इंदौर। मालवा के प्रसिद्ध व्यंजन पोहे में जायका बढ़ाने वाला चटपटा जीरावन मसाला अब प्लेन में उपयोग नहीं किया जा सकेगा. दरअसल पहली बार नागर विमानन मंत्रालय ने इस मसाले को मिर्च की श्रेणी में मानकर हवाई सफर के दौरान हैंडबैग में साथ लेकर चलने पर पाबंदी लगा दी है. दरअसल एयरपोर्ट अथॉरिटी ने जीरावन को उस 60 वस्तुओं की सूची में डाला है. जो हवाई सफर के दौरान साथ नहीं ले जाई जा सकती है.

कई तरह की सामग्री पर है प्रतिबंध: दरअसल विमानों की सुरक्षा के लिहाज से नागर विमानन मंत्रालय द्वारा हर साल ऐसी वस्तुओं की सूची जारी होती है. जिन्हें विमान में हवाई यात्रा के दौरान हैंडबैग में लेकर सफर नहीं किया जा सकता. इस साल की सूची में जीरावन को मिर्च की तरह ही हैंड बैग में रखने पर प्रतिबंधित किया गया है. इसके अलावा विमान में नशीले पदार्थ सिगरेट, तंबाकू, गांजा, शराब हेरोइन आदि ले जाना वर्जित है. इसी प्रकार बंदूक गन लाइटर, पैलेट गन स्टॉल गोला बारूद को नहीं ले जाया जा सकता. वहीं धारदार चीजें जैसे कटर, लाइटर, रेंजर वाला ब्लैक मेटल वाली कैंची नहीं ले जा सकते. इसके अलावा नेल कटर, सूखा नारियल, खिलौने, माचिस लाल मिर्च आधी ले जाना भी वर्जित है. एयरपोर्ट प्रबंधन के मुताबिक इस सूची में करीब 60 प्रकार की वस्तुएं एवं सामग्री है. जिन्हें हवाई यात्रा के दौरान अपने हैंडबैग में लेकर नहीं चला जा सकता. जीरावन को प्रतिबंधित करने को लेकर माना जा रहा है कि इसे लाल मिर्च की तरह उपयोग किया जा सकता है, क्योंकि लाल मिर्च पहले से ही विमान में यात्रा के दौरान लगेज बैग में ले जाना प्रतिबंधित रहा है. जीरा मन में भी मिर्च के साथ अन्य मसालों का एक निर्धारित मात्रा में मिश्रण है. इसलिए इसे भी लाल मिर्च की श्रेणी में मानकर प्रतिबंधित किया गया है.

कुछ खबर यहां पढ़ें

जीरावन में मिर्च होने से लगा प्रतिबंध: इधर इस प्रतिबंध से इंदौर के वह लोग खासे निराश हैं. जो पूरी दुनिया में जीरावन का एक्सपोर्ट करते हैं. इसके अलावा इंदौर के मारोठिया बाजार एवं सियागंज बाजार से जीरावन की आपूर्ति इंदौर समेत देशभर में होती है. वहीं इसका व्यवसाय करोड़ों में है, लेकिन अब जबकि एयरपोर्ट अथॉरिटी ने इसे लेकर नए प्रतिबंध लागू किए हैं तो आशंका है कि अब जीरावन की बिक्री पर इस फैसले का असर पड़ेगा. हालांकि हैंड बैग के स्थान पर अब कई यात्री इसे लगेज बैग में ले जा रहे हैं, लेकिन उन्हें भी कई मामलों में रोका जा रहा है. जैसे कई इंदौर वासी इसके प्रतिबंध को खत्म करने की मांग भी कर रहे हैं. इधर इस मामले में इंदौर एयरपोर्ट डायरेक्टर रमेश कुमार का कहना है कि जीरावन में मिर्च होती है. यह मसाले की श्रेणी में आता है, क्योंकि नागर विमानन मंत्रालय हर साल इस तरह की वस्तुओं अथवा सामग्री की लिस्ट विमान सुरक्षा के लिहाज से जारी करता है. जिसमें जीरावन को भी शामिल किया गया है. जीरावन के अलावा नारियल और अन्य ऐसी वस्तुएं भी हैं. जिनका प्लेन हाईजैक अथवा हिंसा की स्थिति में किसी न किसी रूप में उपयोग संभव है.

Last Updated : Apr 26, 2023, 11:05 AM IST

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