चेन्नई : महिला पुलिस अधीक्षक से यौन उत्पीड़न के आरोपी विशेष डीजीपी जांच के लिए सीबीसीआईडी कार्यालय में उपस्थित हुए. दरअसल, एक महिला एसपी ने विशेष डीजीपी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है और मामले को लेकर मुख्य सचिव और डीजीपी से शिकायत की है.
चेंगलपट्टू एसपी के बारे में कहा जाता है कि जब वे शिकायत करने जाने वाली थी तब उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई थी. डीएमके नेता स्टालिन ने इस मुद्दे पर कार्रवाई करने के लिए एक बयान जारी किया है. इस संबंध में 10 से अधिक महिला IPS अधिकारियों ने DGP से मुलाकात की और विशेष DGP को तत्काल निलंबित करने की मांग की थी. तमिलनाडु सरकार ने मामले की जांच के लिए एक महिला आईएएस अधिकारी सहित छह सदस्यीय टीम नियुक्त की है.
डीजीपी ने विशेष डीजीपी को प्रतीक्षा सूची में शिफ्ट करने के आदेश दिए थे और चेंगलपट्टू एसपी का ट्रांसफर किया था. जिन्हें बाद में निलंबित कर दिया गया. उन्होंने सीबीसीआईडी को इस मुद्दे की जांच करने का आदेश दिया. सीबीसीआईडी द्वारा हाल ही में मामले की जांच शुरू की गई है. जब मामला चेन्नई उच्च न्यायालय में सुनवाई के लिए आया, तो न्यायाधीशों ने सीबीसीआईडी से पूछताछ की क्योंकि उन्होंने चेंगलपट्टू एसपी को निलंबित कर दिया था. लेकिन विशेष डीजीपी जो कि अपराध के प्रमुख अभियुक्त हैं, पद पर बने हुए थे.
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न्यायाधीश ने सीबीसीआईडी पुलिस को बताया कि इस मामले की उच्च न्यायालय द्वारा बारीकी से निगरानी की जा रही है और जल्द से जल्द मामले की जांच की जानी चाहिए. CBCID ने विशेष डीजीपी को तलब किया जो व्यक्तिगत रूप से यौन उत्पीड़न की शिकायत में शामिल हैं. इस मामले में विशेष DGP पूछताछ के लिए एगमोर के CBCID कार्यालय में उपस्थित हुए. एसपी मुथारसी इस मामले में जांच कर रहे हैं.