लखनऊ/गोरखपुर : गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के दक्षिणी द्वार पर रविवार शाम एक युवक ने धार्मिक नारे लगाते हुए मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की और सुरक्षा में तैनात पीएसी के दो आरक्षियों को धारदार हथियार से घायल कर दिया. सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ने की कोशिश की जिस दौरान वह व्यक्ति घायल हो गया. गोरखनाथ मंदिर नाथ संप्रदाय की सर्वोच्च पीठ है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पीठ के महंत हैं.
लखनऊ में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने सोमवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि हमलावर व्यक्ति आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए बदनीयती से मंदिर परिसर में घुसने का प्रयास कर रहा था, जिसे पीएसी एवं पुलिस के जवानों ने नाकाम कर दिया. अधिकारियों ने कहा कि इस घटना में हमलावर ने पीएसी के दो जवानों को गंभीर रूप से घायल कर दिया.
बहादुर पुलिसकर्मियों को दिया जाएगा 5 लाख का इनाम : अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना की विवेचना उप्र एटीएस को सौंपे जाने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि उप्र एटीएस व उप्र एसटीएफ दोनों एजेंसियों को घटना का खुलासा करने के लिए संयुक्त रूप से कार्य करने का भी निर्देश दिया गया है तथा दोनों एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी गोरखपुर पहुंच चुके हैं. अवस्थी ने बताया कि हमले को नाकाम करने वाले पीएसी के जवानों गोपाल गौड़ व अनिल पासवान तथा नागरिक पुलिस के जवान अनुराग राजपूत को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांच लाख रुपये इनाम के रूप में दिए जाने की घोषणा की है. अवस्थी ने कहा कि आरोपी के लैपटॉप और मोबाइल की गंभीरता से जांच की जाएगी और पता लगाया जाएगा कि वह किन लोगों से जुड़ा रहा है.
अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया कि रविवार शाम मंदिर के द्वार संख्या-1 पर आरोपी द्वारा किए गए हमले में दो जवानों को गंभीर चोटें आयी हैं. उन्होंने बताया कि आरोपी के पास से कई संदिग्ध वस्तुएं बरामद हुईं हैं, जिसको देखकर लगता है कि यह एक गंभीर साजिश का हिस्सा था. कुमार ने बताया कि अपर पुलिस महानिदेशक एटीएस व अपर पुलिस महानिदेशक एसटीएफ गोरखपुर घटनास्थल पर रवाना हो गए हैं और जांच आरंभ कर दी गई है.
'अल्लाहु अकबर' का नारा लगाकर जबरन मंदिर परिसर में घुसने की कोशिश : कुमार ने कहा कि आरोपी के पास से जो दस्तावेज बरामद हुए हैं, वे काफी सनसनीखेज हैं. उन्होंने कहा कि जांच अभी शुरुआती चरण में है. कुमार ने कहा कि एक मामला पुलिस पर हमले के संबंध में गोरखनाथ पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है, जबकि धारदार हथियार के इस्तेमाल के संबंध में एक और मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि अगर आरोपी मंदिर में प्रवेश करने में कामयाब हो जाता तो भक्तों को नुकसान होता और स्थिति अनियंत्रित हो जाती. अधिकारी ने बताया कि आरोपी की पहचान मुर्तजा अब्बासी के रूप में हुई है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने रविवार को 'अल्लाहु अकबर' का नारा लगाकर जबरन मंदिर परिसर में घुसने की कोशिश की.
गोरखपुर जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अखिल कुमार ने पहले बताया था कि एक व्यक्ति ने धारदार हथियार के साथ धार्मिक नारा लगाते हुए मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की और पीएसी के दो आरक्षियों को घायल कर दिया. उन्होंने बताया कि आरोपी गेट के पास पीएसी पोस्ट पर भी गया और पुलिस पर हमला करने की कोशिश की. हालांकि, पुलिस ने धैर्य दिखाया और उसे पकड़ लिया. अखिल कुमार ने बताया कि हमले में आरक्षी गोपाल कुमार गौड़ और अनिल पासवान घायल हो गए. दोनों को गुरु गोरखनाथ अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रेफर कर दिया गया.
वहीं, गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन टाडा ने सोमवार को कहा, 'रविवार शाम को एक हमलावर ने गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने का प्रयास किया और मंदिर में तैनात पुलिस ने सतर्कता से हमले को रोक दिया, जिसमें दो पुलिस आरक्षी और हमलावर घायल हो गए और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.' टाडा ने बताया कि हमलावर के खिलाफ धारा 307 (हत्या का प्रयास) समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि हमलावर को रिमांड पर लिया जाएगा और पांच टीम द्वारा उससे पूछताछ की जाएगी. एसएसपी ने बताया कि हमलावर से प्राप्त जानकारी की पुष्टि के लिए कई पुलिस टीम को अन्य जिलों में भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि आरोपी के कब्जे से बरामद सामान, उसके परिवार, रिश्तेदारों और पृष्ठभूमि की भी जांच की जा रही है और जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
11वीं शताब्दी में हुई थी गोरक्ष पीठ की स्थापना : गौरतलब है कि गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के दक्षिणी द्वार पर रविवार शाम एक युवक ने धार्मिक नारे लगाते हुए मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की और सुरक्षा में तैनात पीएसी के दो आरक्षियों को धारदार हथियार से घायल कर दिया. सुरक्षाकर्मियों द्वारा पकड़ने की कोशिश में वह व्यक्ति भी घायल हो गया. गोरखनाथ मंदिर नाथ संप्रदाय की सर्वोच्च पीठ है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पीठ के महंत हैं. जानकारों के अनुसार गोरक्ष पीठ की स्थापना 11वीं शताब्दी में हुई. मकर संक्रांति के अवसर पर यहां एक माह चलने वाला विशाल मेला लगता है जो 'खिचड़ी मेला' के नाम से प्रसिद्ध है.