आगरा : ताज नगरी आगरा के ग्वालियर रोड स्थित ग्राम पंचायत भांडई निवासी सेना के जवान धीरेंद्र सिंह की मंगलवार को एक सड़क हादसे में मौत हो गई. इस समय धीरेंद्र सिंह की तैनाती 18 जाट रेजीमेंट जम्मू-कश्मीर के पल्ला वाला में थी.
दरअसल, धीरेंद्र की पत्नी पूजा पिछले काफी सालों से करवा चौथ पर घर आने की विनती कर रही थी. इस बार धीरेंद्र सिंह को छुट्टियां मिल गईं. वह चार अक्टूबर को छुट्टी लेकर गांव आ गए थे. छह नवंबर को धीरेंद्र को वापस ड्यूटी पर जाना था. फौजी की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है.
चाहर वाटी क्षेत्र कई दशकों से देता आ रहा सेना में सेवा
आगरा का चाहर वाटी क्षेत्र कई दशकों से सेना में देश के लिए सेवा देता आ रहा है. समय-समय पर देश के लिए यहां के नौजवानों ने सेना में शहादत भी दी है. वहीं ग्वालियर रोड स्थित ग्राम पंचायत भांडई निवासी 36 वर्षीय धीरेंद्र सिंह पुत्र भूपेंद्र सिंह की राजस्थान के कुम्मेर के पास सड़क दुर्घटना में मौत हो गई.
पिता भूपेंद्र सिंह रिटायर फौजी हैं. उन्होंने बताया है कि देश सेवा के लिए उन्होंने अपने बेटे धीरेंद्र को भी सेना में 1 अगस्त, 2005 को बरेली से भर्ती कराया था. वह 18 जाट रेजीमेंट यूनिट में तैनात था और वर्तमान में उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर के पल्ला वाला में थी.
छुट्टी मनाने आया था घर
पिता भूपेंद्र ने बताया है कि उनका बेटा धीरेंद्र सिंह चार अक्टूबर को छुट्टी मनाने घर आया था और छह नवंबर को उसको वापस जाना था. वह बच्चों और पत्नी के साथ अपनी ससुराल सेंत कुम्हेर गया हुआ था. कुम्हेर में वह पत्नी और बच्चों को घर पर छोड़कर अपने सास-ससुर से मिलने सेंत जा रहा था. सोमवार लगभग तीन बजे ट्रक की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई.
छोटे भाई दलबीर सिंह ने बताया कि उनके पिता ने भी देश की सेवा की है. भाई की मौत ने हमारे पूरे परिवार को झंकझोर कर रख दिया है.
पत्नी का बुरा हाल
सैनिक की मौत से पत्नी पूजा का रो-रो कर बुरा हाल है. करवा चौथ की पूर्व संध्या पर इस प्रकार पति का चला जाना, पूजा कुछ समझ नहीं पा रही है.
धीरेंद्र सिंह का मंगलवार को उनके पैतृक गांव भांडई में अंतिम संस्कार किया गया. हजारों ग्रामीणों ने नम आंखों से सैनिक को अंतिम विदाई दी. साथ ही 17 पैरा फील्ड रेजीमेंट आगरा कैंट की ओर से नायब सूबेदार संजय कुमार और लॉन्स नायक पवन कुमार ने मौके पर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी.