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हिमाचल प्रदेश : अब स्पीति में घूमता दिखाई दिया स्नो लैपर्ड, वीडियो वायरल

एक स्नो लैपर्ड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ताजा वीडियो स्पीति घाटी के तहत आने वाली ढखर पंचायत का बताया जा रहा है. वीडियो में एक हिम तेंदुआ घूमता हुआ नजर आ रहा है. हालांकि, स्पीति घाटी में स्नो लैपर्ड काफी पहले से ही मौजूद है.

snow leopard
हिम तेंदुआ का छलावा
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Published : Jan 15, 2021, 11:40 AM IST

लाहौल-स्पीति : प्रदेश के ऊपरी इलाके बर्फबारी के बाद सफेद चादर में लिपटे हुए हैं. लाहौल स्पीति के भी कई इलाकों में बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई है. इसी मोटी चादर के बीच एक स्नो लैपर्ड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

स्नो लैपर्ड की मौजूदगी
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ताजा वीडियो स्पीति घाटी के तहत आने वाली ढखर पंचायत का बताया जा रहा है. वीडियो में एक हिम तेंदुआ घूमता हुआ नजर आ रहा है. हालांकि, स्पीति घाटी में स्नो लैपर्ड काफी पहले से ही मौजूद है. हिम तेंदुआ बहुत ऊंचाई वाले इलाकों में पाया जाता है, लेकिन बर्फबारी के कारण खाने की तलाश में स्नो लैपर्ड इन दिनों निचले इलाकों का रुख करते हैं. स्पीति घाटी का वातावरण स्नो लेपर्ड के लिए अनुकूल है, जिसे देखते हुए वन्य प्राणी विभाग की कोशिश है कि स्नो लेपर्ड के लिए इस इलाके को अनुकूल बनाया जाए ताकि यहां ये फल फूल सकें.

स्पीति में घूमता दिखाई दिया स्नो लैपर्ड

स्थानीय लोगों के मुताबिक, ऊंची पहाड़ियों पर पहले भी स्नो लेपर्ड देखे गये हैं, लेकिन पहाड़ों पर भारी बर्फबारी के कारण शिकार के लिए ये निचले इलाकों का रुख करते हैं. इसलिये इन दिनों लोगों को खासी सावधानी बरतनी चाहिए ताकि इंसान और स्नो लेपर्ड के बीच टकराव ना हो.

एक छलावा- हिम तेंदुआ
हिम तेंदुआ या स्नो लेपर्ड एक ऐसा जीव है जिसे देखना दुनिया के सबसे बड़े रोमांच में से एक माना जाता है. दरअसल, हिम तेंदुए बर्फीले इलाकों में रहते हैं. बर्फ की सफेद चादर के बीच रहने के कारण इन्हें देख पाना बहुत ही दुर्लभ है, इसीलिए दुनिया में इनकी सटीक संख्या का अनुमान लगाना बहुत ही मुश्किल है. अपने रंग रूप और अपने प्राकृतिक आवास के कारण ये किसी छलावे से कम नहीं है. 23 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस मनाया जाता है. इसका उद्देश्य हिम तेंदुए के संरक्षण के महत्व के बारे में दुनियाभर में जागरुकता फैलाना है.

पढ़ें : तमिलनाडु में जल्लीकट्टू का आयोजन, खेल में 529 सांड़ शामिल

हिम का आंचल और हिम तेंदुआ
हिम तेंदुआ हिमाचल का राजकीय पशु है. हिमाचल में इस वक्त हिम तेंदुओं की तादाद 100 से ज्यादा है. हिमाचल के लाहौल स्पीति, किन्नौर और चम्बा के पांगी समेत अन्य बर्फीले इलाकों में कुछ वक्त पहले हुए सर्वे में 49 हिम तेंदुए होने का प्रमाण मिला था. उसी आधार पर पूरे प्रदेश में इनकी संख्या का अनुमान लगाया गया है. राज्य के वन विभाग ने सर्वे करवाया था. इसके लिए एक निजी संस्था नेचर कंजरवेशन फाउंडेशन (एनसीएफ) का सहयोग लिया गया था.

लाहौल-स्पीति : प्रदेश के ऊपरी इलाके बर्फबारी के बाद सफेद चादर में लिपटे हुए हैं. लाहौल स्पीति के भी कई इलाकों में बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई है. इसी मोटी चादर के बीच एक स्नो लैपर्ड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

स्नो लैपर्ड की मौजूदगी
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ताजा वीडियो स्पीति घाटी के तहत आने वाली ढखर पंचायत का बताया जा रहा है. वीडियो में एक हिम तेंदुआ घूमता हुआ नजर आ रहा है. हालांकि, स्पीति घाटी में स्नो लैपर्ड काफी पहले से ही मौजूद है. हिम तेंदुआ बहुत ऊंचाई वाले इलाकों में पाया जाता है, लेकिन बर्फबारी के कारण खाने की तलाश में स्नो लैपर्ड इन दिनों निचले इलाकों का रुख करते हैं. स्पीति घाटी का वातावरण स्नो लेपर्ड के लिए अनुकूल है, जिसे देखते हुए वन्य प्राणी विभाग की कोशिश है कि स्नो लेपर्ड के लिए इस इलाके को अनुकूल बनाया जाए ताकि यहां ये फल फूल सकें.

स्पीति में घूमता दिखाई दिया स्नो लैपर्ड

स्थानीय लोगों के मुताबिक, ऊंची पहाड़ियों पर पहले भी स्नो लेपर्ड देखे गये हैं, लेकिन पहाड़ों पर भारी बर्फबारी के कारण शिकार के लिए ये निचले इलाकों का रुख करते हैं. इसलिये इन दिनों लोगों को खासी सावधानी बरतनी चाहिए ताकि इंसान और स्नो लेपर्ड के बीच टकराव ना हो.

एक छलावा- हिम तेंदुआ
हिम तेंदुआ या स्नो लेपर्ड एक ऐसा जीव है जिसे देखना दुनिया के सबसे बड़े रोमांच में से एक माना जाता है. दरअसल, हिम तेंदुए बर्फीले इलाकों में रहते हैं. बर्फ की सफेद चादर के बीच रहने के कारण इन्हें देख पाना बहुत ही दुर्लभ है, इसीलिए दुनिया में इनकी सटीक संख्या का अनुमान लगाना बहुत ही मुश्किल है. अपने रंग रूप और अपने प्राकृतिक आवास के कारण ये किसी छलावे से कम नहीं है. 23 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस मनाया जाता है. इसका उद्देश्य हिम तेंदुए के संरक्षण के महत्व के बारे में दुनियाभर में जागरुकता फैलाना है.

पढ़ें : तमिलनाडु में जल्लीकट्टू का आयोजन, खेल में 529 सांड़ शामिल

हिम का आंचल और हिम तेंदुआ
हिम तेंदुआ हिमाचल का राजकीय पशु है. हिमाचल में इस वक्त हिम तेंदुओं की तादाद 100 से ज्यादा है. हिमाचल के लाहौल स्पीति, किन्नौर और चम्बा के पांगी समेत अन्य बर्फीले इलाकों में कुछ वक्त पहले हुए सर्वे में 49 हिम तेंदुए होने का प्रमाण मिला था. उसी आधार पर पूरे प्रदेश में इनकी संख्या का अनुमान लगाया गया है. राज्य के वन विभाग ने सर्वे करवाया था. इसके लिए एक निजी संस्था नेचर कंजरवेशन फाउंडेशन (एनसीएफ) का सहयोग लिया गया था.

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