नई दिल्ली : लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी के बीच प्रश्नकाल के दौरान जमकर बहस हुई. दरअसल, बीजद सदस्य चंद्रशेखर साहू द्वारा उनके विभाग से संबंधित एक प्रश्न का उत्तर देते हुए मंत्री स्मृति ईरानी ने उन्हें माननीय सदस्य के बजाय जेंटलमैन के रूप में संबोधित किया.
जब चौधरी ने कुछ अन्य सदस्यों के साथ इस पर आपत्ति जताई, और मंत्री से सांसद को माननीय सदस्य के रूप में संबोधित करने के लिए कहा, तो ईरानी ने यह कहते हुए पलटवार किया कि चौधरी अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने की कोशिश कर रहे हैं और कुछ भी मुद्दा बनाकर ब्राउनी पॉइंट हासिल कर रहे हैं. इस दौरान कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी लोकसभा में मौजूद थीं.
ईरानी ने कहा कि जेंटलमैन शब्द में कुछ भी गलत नहीं है और कहा मैं इन जेंटलमैन (चौधरी का जिक्र करते हुए) को बताना चाहती हूं कि उनका मैसेज उनके राजनीतिक आकाओं तक पहुंच गया है. जब दूसरा पूरक प्रश्न पूछते बीजू जनता दल के सांसद ने स्मृति ईरानी को 'माननीय मैडम' भी कहकर संबोधित किया, तो उन्होंने सासंद का आभार व्यक्त किया. इस प्वाइंट पर, चौधरी ने फिर से इस मुद्दे को उठाया कि उन्होंने जेंटलमैन शब्द का इस्तेमाल क्यों किया. इस पर ईरानी ने कहा कि उन्हें कांग्रेस सदस्य द्वारा राजनीतिक चाल के रूप में परेशान किया जा रहा है. ईरानी ने कहा कि इस प्रकार से सदन में खड़े होकर एक महिला को परेशान करना उपयुक्त नहीं है, और वह भी तब जब संसद में स्वतंत्र रूप से अभिव्यक्ति की पैरोकारी की जाती है.
साहू के प्रश्न का उत्तर देते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि 'माननीय जेंटलमैन' ने उन्हें सम्मानपूर्वक मैडम कहकर संबोधित किया है, इसके लिये वह उनकी आभारी हैं. इस पर अधीर रंजन चौधरी ने ईरानी द्वारा सदस्य को पुन: जेंटलमैन कहे जाने पर फिर आपत्ति व्यक्त की और कुछ सदस्यों ने उनका समर्थन किया.
इससे पहले भी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को सदन में ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा था. इसी वर्ष अप्रैल में लोकसभा में स्मृति ईरानी द्वारा एक महिला सांसद को 'लेडी मेंबर' संबोधित करने पर कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी तथा तृणमूल कांग्रेस के सौगत रॉय ने आपत्ति व्यक्त की थी. तब प्रश्नकाल के दौरान वाईएसआरसीपी सदस्य गीता विश्वनाथ के पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए ईरानी ने उन्हें 'लेडी मेंबर' (महिला सदस्य) संबोधित किया था. इस पर चौधरी और रॉय ने आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा था कि मंत्री को 'महिला सदस्य' की बजाए माननीय सदस्य या संसद सदस्य के रूप में संबोधित करना चाहिए. वहीं, ईरानी ने कहा था कि यह शब्द असंसदीय नहीं है और 'एक महिला सदस्य को महिला कहना गलत नहीं है.'