भिंड/ओरछा। देश में ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करने के साथ साथ सुविधाओं और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई बड़े प्रोजैक्ट्स पर काम किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और मध्यप्रदेश में महाकाल लोक इसका सबसे बड़ा उदाहरण है, जिसके चलते उज्जैन नगरी को भव्यता का स्वरूप दिया है. ठीक इसी की तर्ज पर मध्यप्रदेश सरकार ने साल 2023 में निवाड़ी के ओरछा में रामराजा सरकार के दरबार को आलोकिक रूप देने के लिए 'रामराजा लोक' का निर्माण शुरू कराया है. माना जा रहा है कि जब यह प्रोजेक्ट बनकर पूरा होगा तो यह ना सिर्फ ओरछा को नई पहचान देगा, बल्कि मध्यप्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में भी अपना अहम योगदान निभाएगा. लेकिन इस प्रोजेक्ट पर काम अब बहुत धीमी गति से चल रहा है, ऊपर से स्थानीय लोगों का भी कुछ विरोधाभास नजर आने लगा है.
क्या है श्री राम राजा लोक प्रोजेक्ट: मध्यप्रदेश के निवाड़ी जिले में स्थित ओरछा कस्बे में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर है, यह भगवान राम राजा के रूप में पूजे जाते हैं. ये भारत के प्रमुख राम मंदिरों में शुमार है और देश-विदेश से यहां पर्यटक रामराजा सरकार के दरबार में दर्शन के लिए पहुचते हैं. यहां की ख्याति और पर्यटन दोनों ही लिहाज से मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने 2023 की शुरुआत में काशी विश्वनाथ और महाकाल लोक की तर्ज पर राम राजा लोक के निर्माण की घोषणा की थी. जून 2023 तक इस प्रोजेक्ट का शुरुआती स्वरूप सामने आ गया था और अब इस पर निर्माण कार्य भी जारी है, जिसकी देखरेख सीधा प्रशासनिक अधिकारियों की मॉनिटरिंग में हो रही है. राम राजा लोक के पहले फेज का काम शुरू हो चुका है, जिसमें हेरिटेज कंजर्वेशन (ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण), डेवलपमेंट (नव निर्माण) और हेरिटेज कन्वर्जन (हेरिटेज स्वरूप) पर काम किया जा रहा है.
राम राजा लोक में दिखेगी श्री राम के जीवन की भव्यता: ओरछा में बन रहा श्री राम राजा लोक तकरीबन 12 एकड़ क्षेत्र में तैयार होगा. वैसे तो अधिकतिक रूप से शुरुआती डीपीआर के मुताबिक इसकी लागत तकरीबन 143 करोड़ रुपए रखी गई है, लेकिन इस पर भविष्य में करीब चार सौ करोड़ तक खर्च का अनुमान है. राम राजा लोक में एंट्री मुख्य प्रवेश द्वार पर बनाए जाने वाले विशाल दरबार गलियारे से होगी, इसके साथ ही मंदिर परिसर में बाल कांड प्रांगण और उत्तरकांड प्रांगण बनाये जाएंगे. इसमें बालकाण्ड प्रांगण में भगवान राम की बाल लीलाएं प्रदर्शित और चित्रित की जायेंगी, वहीं उत्तरकांड प्रांगण में उत्तरकांड की लीलाओं का चित्रण देखने को मिलेगा. इसके अलावा विशाल चित्रकारी के जरिये भगवान श्री राम के अयोध्या से ओरछा पहुंचने के साथ-साथ ओरछा की रानी और महाराज की तपस्या और योगदान का वर्णन भी चित्रों में प्रदर्शित किया जाएगा.
हेरिटेज कंजर्वेजन की वजह से धीमी हुई रफ्तार: राम राजा लोक का यह पूरा प्रोजेक्ट 3 चरणों में पूरा होगा, इसका भूमिपूजन मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने सितंम्बर के शुरुआती हफ्ते में कर दिया था. अब पहले फेज का काम शुरू हो चुका है. इसके बारे में जानकारी देते हुए निवाड़ी के जिला पंचायत सीईओ अनुज सक्सेना ने बताया कि "प्रथम चरण में निवाड़ी कलेक्टर के निर्देशानुसार मंदिर प्रांगण के सामने का भाग और पार्किंग एरिया के निर्माण पर काम किया जा रहा है, पहले फेज का काम तीन महीनों से जारी है. चूंकि संरक्षण का कार्य बहुत ही सेंसिटिव होता है, इसलिए ये बहुत ही धीमी गति से चलता है. जबकि नव निर्माण का कार्य गति से चल रहा है. यह कार्य मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग के अंतर्गत किया जा रहा है, जिनका अपना मैकनिज्म है. जो हेरिटेज कांजेर्वेशन की सारी बारीकियों का ध्यान रखती हैं, उनकी गाइडलाइन के मुताबिक ही यहां काम किया जा रहा है हालांकि इसका सुपरविजन भोपाल हेड ऑफिस से किया जाता है."
राम राजा लोक निर्माण के पहले फेज में रामराजा मंदिर परिसर के साथ-साथ पाताली हनुमान मंदिर, जुझार सिंह मंदिर परिसर में कांजेर्वेशन और रीडेवलपमेंट किया जाएगा. इसके लिए प्रथम चरण में 5 एकड़ क्षेत्र में काम होगा, जहां मंदिर और आसपास के इलाके को हेरिटेज लुक में रीडेवलप किया जाएगा. इसके तहत जो मंदिर परिसर फिलहाल 25 हजार वर्गफीट में बना है, इसे बढ़ाकर 80 हजार फीट किया जाएगा, जिससे आने वाले दर्शनार्थियों को दर्शन में सुविधा रहेगी. यहां स्ट्रीट वेंडर्स के लिये पक्की दुकानें बनाई जा रही हैं, विशाल काम्प्लेक्स तैयार किया जाएगा. इसके साथ-साथ राज भोग, पाकशाला का विकास और एक प्लाजा भी यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए विकसित किया जाएगा. प्रथम चरण में इसके लिए सरकार ने 81 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं, जिनमें से करीब 12 करोड़ रुपए सिर्फ पहले चरण में होने वाले साइट कंजर्वेशन (संरक्षण कार्य) के लिए दिए गये हैं.
स्थानीय तौर पर कैसे फायदेमंद होगा राम लोक: महाकाल लोक शुरू होने के बाद वहाँ दर्शन करने के बाद ओरछा का रुख़ करने वाले दर्शनार्थियों की संख्या में भी इजाफा देखा जा रहा है, ऐसे में यहां श्रद्धालुओं के साथ पर्यटकों की संख्या भी बढ़ रही है. जिसका फायदा स्थानीय व्यापारियों और लोगों को सुविधाएं और व्यवस्थाएं प्रदान करने पर मिलता है. अब जब श्री राम राजा लोक का निर्माण होगा तो सैलानियों और दर्शनार्थियों की संख्या हजारों से लाखों में पहुंचने की संभावना रहेगी और इतने लोगों के लिए ठहरने, भोजन की व्यवस्था, खरीदारी के लिये बड़ा मार्केट, पर्यटंस्थलों पर सुविधाएं पार्किंग, रिसोर्ट, होटल, रेस्तरां, गाइड जैसे कई ऐसी व्यवस्थाएं होंगी, जिनकी डिमांड बढ़ेगी और ये आर्थिक रूप से स्थानीय लोगों को फायदा पहुंचाएगी.
शुरू होने से पहले ही उठने लगा विरोधाभास: श्री राम राजा लोक के निर्माण को लेकर स्थानीय तौर पर लोग दो राय नजर आ रहे हैं, एक तो वे जो इस क्षेत्र में होने वाले विकास और फायदे का भविष्य देख हैं, दूसरे जो आने वाले समय और इस क्षेत्र के माहौल परिवर्तन की नकारात्मकता देख रहे हैं और इस प्रोजेक्ट के विरोध में दिखाई दे रहे हैं. स्थानीय युवा सचिन का कहना है कि "यहा राम राजा लोक बनने से आर्थिक और पर्यटन विकास में चांद लगने वाला है, आज के मुकाबले भविष्य में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी. सरकार के इस प्रोजेक्ट से रेहड़ी लगाने वाले दुकानदारों को भी फायदा होगा, क्योंकि लोक प्रोजेक्ट में पक्की दुकानों के निर्माण का प्रावधान किया गया है और इन लोगों ये दुकाने आवंटित होंगी."
वहीं इसके उलट ओरछा के एक और रहवासी का कहना है कि "प्रशासन के इस फैसले से कई लोग खुश नहीं हैं, क्योंकि इस जगह की पहचान धार्मिक नगरी के रूप में है और रामराजा लोक बनाने पर यह एक पर्यटन स्थल में परिवर्तित हो जायेगा और तीर्थातन पर्यटन हावी हो जायेगा. आने वाले समय लोग इस तीर्थ को मौज मस्ती और टूरिस्ट प्लेस के तौर पर देखने लगेंगे, जिससे यहां का महत्व खत्म होने लगेगा. इसके अलावा यहां डेवलपमेंट के लिए दुकाने और जमीन अधिग्रहण तो की जा रही है, लेकिन लोगों को विस्थापित करने के लिए स्थान अब तक तय नहीं किए गए हैं. यहां तक 12 एकड़ क्षेत्र में कौन सी जगह ली जा रही है, यह भी स्पष्ट नहीं किया गया है." वहीं प्रशासन का कहना है कि "सभी विस्थापितों को अन्य जगह जमीन दे कर शिफ्ट कराया जाएगा. दुकानदारों के लिए भी नई जगह दुकानें बनवाई जा रही हैं, उन्हें वहां विस्थापित करा दिया जायेगा. इसकी समुचित वयवस्था चरणबद्ध तरीके से की जा रही है."
नए मुख्यमंत्री की रुचि पर निर्भर करेगा राम राजा लोक का भविष्य: जहां एक ओर माना जा रहा था कि श्री राम राजा लोक के भूमिपूजन के बाद इसे बनाने का काम भी तेजी से होगा, उसके उलट यहां निर्माण काफी धीमा चल रहा है. हालांकि माना जा रहा है कि नई सरकार बनने के बाद इस काम में तेजी आएगी, लेकिन यदि मुख्यमंत्री का बदलाव हुआ तो यह प्रोजेक्ट कितना समय लेगा, ये अभी नहीं कहा जा सकता है. क्योंकि ये प्रोजेक्ट शिवराज सिंह चौहान ने शुरू कराया है, लेकिन इसका भविष्य भी आने वाले मुख्यमंत्री की रुचि पर निर्भर करेगा. वहीं स्थानीय लोगों के विरोध से भी इस प्रोजेक्ट के तेजी से पूरा होने की राह भी आसान नहीं नजर आ रही हैं.