लखनऊ : राजधानी में बुधवार को संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की कैसरबाग स्थित कोर्ट परिसर में हत्या कर दी गई थी. कुख्यात अपराधी कुख्यात अपराधी संजीव जीवा की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी थी. घटना की जांच के लिए तीन सदस्य एसआईटी गठित की गई थी. सूत्रों की मानें गुरुवार को एसआईटी की टीम कोर्ट परिसर पहुंची. एडीजी टेक्निकल मोहित अग्रवाल, आईजी जोन अयोध्या प्रवीण कुमार, जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी कोर्ट परिसर पहुंचे. इस दौरान फॉरेन्सिक टीम भी मौजूद रही. मौके पर डीसीपी वेस्ट सहित तमाम अफसर मौजूद रहे. बताया जा रहा है कि टीम ने वारदात के चश्मदीद पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किये गये. सूत्रों की मानें तो लापरवाही बरतने के आरोप में पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है. कोर्ट परिसर में तैनात छह पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है.
वहीं जीवा हत्याकांड में डीसीपी वेस्ट राहुल राज ने बयान जारी करते हुए कहा है कि 'आरोपी विजय यादव की अभी आधिकारिक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. आरोपी फिलहाल अस्पताल में है. डॉक्टर्स की रिपोर्ट के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी.'
साथ ही कोर्ट परिसर में हुए हत्याकांड के बाद कोर्ट की सुरक्षा को लेकर बड़ी बैठक की गई है. बैठक में जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी, डीएम, एडीएम, डीसीपी वेस्ट, एडीसीपी वेस्ट सहित तमाम अधिकारी मौजूद रहे. बैठक में कोर्ट की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही ग्रह विभाग द्वारा कोर्ट परिसर में असलहे बैन किए गए. संदिग्धों की व्यापक चेकिंग और दोबारा ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इसको लेकर भी निर्देश दिए गए हैं. वहीं अनुशासनहीनता बरते जाने पर मु. आरक्षी सुनील दुबे, मु. आरक्षी मोहम्मद खालिद, मु. आरक्षी अनिल सिंह, मु. आरक्षी सुनील श्रीवास्तव, आरक्षी धर्मेन्द्र, महिला आरक्षी निधी देवी को निलंबित कर दिया गया है.
बता दें कि बुधवार को जेल से पेशी के लिए सिविल कोर्ट आए पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर संजीव जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्यारे ने ताबड़तोड़ गोलियां दाग दीं थी. जीवा ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड का मुख्य आरोपी था और इसी हत्याकांड की सजा काट रहा था. घटना में दो पुलिसकर्मी व एक बच्ची भी गोली लगने से घायल हुए थे. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, संजीव जीवा को बुधवार दोपहर 3:50 पर कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था. इसी दौरान कोर्ट परिसर के अंदर वकील की वेश में आए शूटर ने संजीव जीवा पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी. वहीं इस दौरान संजीव जीवा के साथ मौजूद दो पुलिसकर्मियों सिपाही लाल मोहम्मद और कमलेश को भी गोली लगी थी.