सिवानः बिहार के सिवान के रहने वाले एक अग्निवीर जवान की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई है. अग्निवीर जवान जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी पर तैनात थे, इसी दौरान गोली लगने से उनकी मौत हो गई. हालांकि ये गोली कहां से और कैसे चली, इसका पता अभी नहीं चल सका है. आर्मी के जवान सर्च अभियान में जुटे हैं.
अग्निवीर जवान की संदिग्ध मौत : जवान के बारे बताया जा रहा है कि वो सिवान के दरौली थाना क्षेत्र के दोन गांव के रहने वाले शंभू यादव के पुत्र प्रदीप कुमार यादव हैं, जो जम्मू कश्मीर के अखनूर के टांडा इलाके में ड्यूटी पर तैनात थे, बीती रात जब वो अखनूर के टांडा इलाके में खड़े थे, तभी एकाएक गोली चलने की आवाज आई. जब उनके बटालियन के साथी वहां पहुंचे तो देखा कि प्रदीप को गोली लगी हुई है और वह जमीन पर गिरे पड़े हैं.
सिवान का रहनेवाला था अग्निवीर जवान : घटना के बाद प्रदीप को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, यह घटना मंगलवार की रात की बताई जा रही है. जैसे ही यह सूचना आर्मी की हेड क्वार्टर ने मृतक प्रदीप के परिजनों को दी, परिवार में कोहराम मच गया. आपको बता दें कि प्रदीप कुमार यादव 24 फील्ड रेजीमेंट के सेंट्री पोस्ट पर तैनात थे. सवाल उठता है कि आखिर गोली कैसे चली?
सुबह परिवार से हुई थी बात, रात में शहीद : प्रदीप को गोली लगने के बाद पूरे इलाके में फोर्स सर्च अभियान चल रही है. वहीं प्रदीप कुमार यादव के बड़े भाई ने बताया के मंगलवार को दिन में प्रदीप से कुछ पारिवारिक बातें हुई थीं, इसके बाद अचानक रात में यह खबर आई. फिलहाल सिवान में अग्निवीर जवान प्रदीप के दरवाजे पर ग्रामीणों की भीड़ जुटी हुई है और लोग परिवार को सांत्वना देने में लगे हुए हैं.
"कमांडेंट ऑफिसर ने फोन कर बताया कि प्रदीप को गोली लगने से वह शहीद हो गए हैं. जब उसकी जॉइनिंग हुई थी वो काफी खुश था. आज उसकी मौत की खबर सुनकर हम सभी हैरान हैं. हमारे परिवार के लिए ये बहुत बड़ा सदमा है"- अग्निवीर प्रदीप के भाई
एक साल पहले कश्मीर में हुई थी पोस्टिंग : परिवार के लोगों ने बताया कि 1 साल पहले ही फरवरी माह में प्रदीप ने अग्निवीर में जॉइन किया था, जब पहली बार प्रदीप ज्वाइन कर घर लौटा थे, तो गांव वालों ने ढोल नगाड़े और फूल मालाओं के साथ उनका भव्य स्वागत किया था, वहीं अब इस घटना ने परिवार को झकझोर कर रख दिया है.
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