ETV Bharat / bharat

दिल्ली में सीएम केजरीवाल के आवास के बाहर धरने पर बैठे सिद्धू

पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर गेस्ट शिक्षकों के धरने में शामिल हुए. इस दौरान सिद्धू ने अपने संबोधन में दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर न सिर्फ जमकर निशाना साधा, बल्कि कई गंभीर सवाल भी पूछे.

author img

By

Published : Dec 5, 2021, 12:57 PM IST

Updated : Dec 5, 2021, 3:17 PM IST

केजरीवाल के आवास पर सिद्धू का धरना
केजरीवाल के आवास पर सिद्धू का धरना

नई दिल्ली : दिल्ली सरकार के गेस्ट शिक्षक स्थायी नौकरी की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर धरना दे रहे हैं. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू रविवार को इस धरने में शामिल हुए. सिद्धू ने प्रदर्शनकारी अतिथि शिक्षकों के बीच बैठ कर धरना दिया. वह अपने हाथों में पोस्टर लिए हुए थे, जिस पर लिखा था, 'सात साल बीत गए, केजरीवाल अपने गेस्ट टीचर्स को भूल गए.'

इस दौरान सिद्धू ने अपने संबोधन में दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर न सिर्फ जमकर निशाना साधा, बल्कि कई गंभीर सवाल भी पूछे. सिद्धू ने कहा कि आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 20,000 टीचरों की आवश्यकता है, लेकिन दिल्ली सरकार उनकी नियुक्ति नहीं कर रही है. दिल्ली सरकार ने बीते सात सालों में महज 440 लोगों को रोजगार दिया है, जबकि दिल्ली सरकार ने आठ लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, जो यह दर्शाता है कि दिल्ली सरकार कितनी बड़ी झूठी है और लोगों को बरगलाने का काम करती है.

सीएम केजरीवाल के आवास के बाहर शिक्षकों के धरने में शामिल हुए सिद्धू

उन्होंने कहा कि पंजाब के अंदर दिल्ली के मुख्यमंत्री इसी तरह के झूठे वादे कर रहे हैं, जो काम नहीं आने वाले हैं. सिद्धू ने आगे कहा कि दिल्ली के शिक्षक आज यहां सड़क पर बैठे हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री केजरीवाल कहां हैं.

दिल्ली सरकार के स्कूलों में कार्यरत गेस्ट टीचर्स रविवार को बड़ी संख्या में एकत्रित हुए और समान कार्य समान वेतन और जॉब सिक्योरिटी के मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. सभी टीचर्स ने सिविल लाइन मेट्रो स्टेशन से अपनी मांगों को लेकर मार्च भी निकाला.

गेस्ट टीचर्स के विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला गेस्ट टीचर भी दिखीं, जो अपने बच्चों को भी साथ लेकर आई थीं. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा उन्हें जो वादे किए गए थे उन्हें पूरा नहीं किया गया है. साथ ही साथ समान कार्य समान वेतन और जॉब सिक्योरिटी को लेकर भी दिल्ली सरकार के द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया है. आज शिक्षक परेशान हैं, उन्हें उनका हक नहीं मिल रहा है.

उन्होंने कहा कि दिल्ली में गेस्ट टीचर्स के साथ दिहाड़ी मजदूरों की तरह व्यवहार किया जा रहा है, जो गलत है. दिल्ली सरकार जो दूसरे राज्यों में जाकर गेस्ट टीचर्स को 24 घंटे के अंदर पक्का करने की बात करती है, पहले वह दिल्ली में कार्यरत सभी गेस्ट टीचर्स को पक्का करें, उसके बाद दूसरे राज्यों में गेस्ट टीचर या फिर शिक्षा मित्रों को पक्का करने की बात करे.

यह भी पढ़ें- पंजाब के मोहाली में शिक्षकों के प्रदर्शन में शामिल हुए अरविंद केजरीवाल

बता दें, हाल ही में आप पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मोहाली में राज्य के वोकेशनल टीचर्स के प्रदर्शन में शामिल हुए थे, जो खुद को स्थाई किए जाने की मांग को लेकर पंजाब सरकार के शिक्षा विभाग के बाहर लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं.

नई दिल्ली : दिल्ली सरकार के गेस्ट शिक्षक स्थायी नौकरी की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर धरना दे रहे हैं. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू रविवार को इस धरने में शामिल हुए. सिद्धू ने प्रदर्शनकारी अतिथि शिक्षकों के बीच बैठ कर धरना दिया. वह अपने हाथों में पोस्टर लिए हुए थे, जिस पर लिखा था, 'सात साल बीत गए, केजरीवाल अपने गेस्ट टीचर्स को भूल गए.'

इस दौरान सिद्धू ने अपने संबोधन में दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर न सिर्फ जमकर निशाना साधा, बल्कि कई गंभीर सवाल भी पूछे. सिद्धू ने कहा कि आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 20,000 टीचरों की आवश्यकता है, लेकिन दिल्ली सरकार उनकी नियुक्ति नहीं कर रही है. दिल्ली सरकार ने बीते सात सालों में महज 440 लोगों को रोजगार दिया है, जबकि दिल्ली सरकार ने आठ लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, जो यह दर्शाता है कि दिल्ली सरकार कितनी बड़ी झूठी है और लोगों को बरगलाने का काम करती है.

सीएम केजरीवाल के आवास के बाहर शिक्षकों के धरने में शामिल हुए सिद्धू

उन्होंने कहा कि पंजाब के अंदर दिल्ली के मुख्यमंत्री इसी तरह के झूठे वादे कर रहे हैं, जो काम नहीं आने वाले हैं. सिद्धू ने आगे कहा कि दिल्ली के शिक्षक आज यहां सड़क पर बैठे हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री केजरीवाल कहां हैं.

दिल्ली सरकार के स्कूलों में कार्यरत गेस्ट टीचर्स रविवार को बड़ी संख्या में एकत्रित हुए और समान कार्य समान वेतन और जॉब सिक्योरिटी के मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. सभी टीचर्स ने सिविल लाइन मेट्रो स्टेशन से अपनी मांगों को लेकर मार्च भी निकाला.

गेस्ट टीचर्स के विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला गेस्ट टीचर भी दिखीं, जो अपने बच्चों को भी साथ लेकर आई थीं. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा उन्हें जो वादे किए गए थे उन्हें पूरा नहीं किया गया है. साथ ही साथ समान कार्य समान वेतन और जॉब सिक्योरिटी को लेकर भी दिल्ली सरकार के द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया है. आज शिक्षक परेशान हैं, उन्हें उनका हक नहीं मिल रहा है.

उन्होंने कहा कि दिल्ली में गेस्ट टीचर्स के साथ दिहाड़ी मजदूरों की तरह व्यवहार किया जा रहा है, जो गलत है. दिल्ली सरकार जो दूसरे राज्यों में जाकर गेस्ट टीचर्स को 24 घंटे के अंदर पक्का करने की बात करती है, पहले वह दिल्ली में कार्यरत सभी गेस्ट टीचर्स को पक्का करें, उसके बाद दूसरे राज्यों में गेस्ट टीचर या फिर शिक्षा मित्रों को पक्का करने की बात करे.

यह भी पढ़ें- पंजाब के मोहाली में शिक्षकों के प्रदर्शन में शामिल हुए अरविंद केजरीवाल

बता दें, हाल ही में आप पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मोहाली में राज्य के वोकेशनल टीचर्स के प्रदर्शन में शामिल हुए थे, जो खुद को स्थाई किए जाने की मांग को लेकर पंजाब सरकार के शिक्षा विभाग के बाहर लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं.

Last Updated : Dec 5, 2021, 3:17 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.