मुंबई : भारत सहित दुनियाभर में पेगासस स्पाईवेयर एक बार फिर चर्चा में हैं. इजराइल की सर्विलांस कंपनी एनएसओ ग्रुप के सॉफ्टवेयर पेगासस का इस्तेमाल कर कई पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, नेताओं, मंत्रियों और सरकारी अधिकारियों के फ़ोन की जासूसी करने का दावा किया जा रहा है. वहीं शिवसेना ने इस मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी में जमकर हमला बोला है.
शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा कि राजनीति में जासूसी करना आम बात. विश्व में जासूसी होते आई है, लेकिन हमारे देश में जासूसी हो रही है तो इसके पिछे का कारण ढूंढना पड़ेगा क्योकिं 300 लोगों पर जासूसी करने का खर्च तीन सौ पाचस करोड़ है. तो इतने पैसे कौन खर्च कर रहा है इसका फाइनेंशियल कंट्रोल कौन है? सरकार ने किसको इसकी जिम्मेदारी दी है?
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उन्होंने कहा कि पेगासस की जासूसी करना सस्ता काम नहीं है. 6-7 फोन की जासूसी करने के लिए लाइसेंस लेने का खर्च ही 60 करोड़ आता है तो 300 का कितना आया होगा. वहीं महाराष्ट्र में भी सरकार गिराने की कोशिश की गई, लेकिन पेगासस से सरकार गिरेगी तो लोकतंत्र को ताला लगाना पड़ेगा.