मुंबई : उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक मिलना और मनसुख हिरेन की मौत के मामले में बयानबाजी का सिलसिला जारी है. भाजपा ने आरोप लगाने के अलावा बतौर विपक्ष सरकार से मांग की है कि सचिन वाजे मामले में महाविकास अघाडी सरकार (एमवीए) की भी जांच होनी चाहिए. इस पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाने वाले शिवसेना के नेता और मंत्री अनिल परब ने कहा, हम किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं.
सवालों के घेरे में सरकार
दरअसल, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा सचिन वाजे को गिरफ्तार किए जाने के बाद से ही महाविकास गठबंधन सरकार सवालों के घेरे में है. इस पर शिवसेना नेता और संसदीय कार्य मंत्री अनिल परब से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि हम किसी भी प्रकार की जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं. हम यह नहीं कह रहे हैं कि किसी भी सिस्टम को जांच नहीं करनी चाहिए.
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शिवसेना नेता अनिल परब ने आगे कहा, हम डरने वाले नहीं हैं. कोई भी एजेंसी से जांच करवा लें, हम जांच कमिटी के सामने जाने के लिए तैयार हैं, तो वहीं दूसरी ओर अनिल परब ने पलटवार करते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेन्द्र फडणवीस से यह बताने का आव्हान किया कि सचिन वाजे को सर्विस में लेने से पहले अटॉर्नी जनरल ने राइटिंग में क्या लिखकर दिया था, यह देवेन्द्र फडणवीस को सब के सामने बताना चाहिए.
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पूछताछ के लिए तैयार
दरअसल, उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक मिले कार के मालिक की संदिग्ध मौत के मामले में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वाजे की गिरफ्तारी ने मुंबई पुलिस की भूमिका पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. विधान परिषद में विपक्ष के नेता देवेन्द्र फडणवीस ने वाजे के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे और कार्रवाई की मांग की थी. हालांकि, अधिकारियों ने उस समय वाजे का समर्थन किया था, जिस पर अब विपक्ष बार-बार उनके समर्थन की वजह जानना चाहता है.