शिरडी : शिरडी साईं मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों ने दान में मिले रुपयों से अवैध रूप से हवाई यात्रा का आनंद लिया था. इसका खुलासा आरटीआई जांच में हुआ है. इसे भ्रष्टाचार के एक मामले के रूप में देखा जा सकता है.
एक आरटीआई से पता चला है कि, शिरडी साईं मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों ने दान के साथ सरकारी प्रोटोकॉल के तहत ट्रस्ट के अधिकारियों ने भक्तों से दान में मिले लाखों रुपये हवाई यात्रा पर खर्च किए. जबकि उन्हें हवाई यात्रा करने का कोई अधिकार नहीं था.
इसका खुलासा आरटीआई कार्यकर्ता संजय काले द्वारा सूचना का अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी से हुआ. संजय ने राज्य सरकार से उन अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है, जिन्होंने साईं मंदिर के खजाने को लूटा है.
केवल सचिव स्तर के अधिकारी को है हवाई यात्रा का अधिकार
शिरडी के साईं बाबा मंदिर का प्रबंधन विधि-विधान से राज्य सरकार के न्याय विभाग द्वारा संचालित किया जाता है. संजय काले ने पूछा है कि आखिर अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम के बारे में सरकार से हवाई यात्रा को लेकर बातचीत की गई थी या नहीं.
इसके अलावा जीआर दिनांक 3 मार्च 2020 यह कहता है कि, केवल सचिव स्तर के अधिकारी को हवाई यात्रा करने की अनुमति दी गई है. लेकिन कार्यकारी ट्रस्ट के अधिकारी और कर्मचारी, जिनके पास सचिव का दर्जा नहीं है, उन्होंने 2018 से 2021 के बीच तिरुपति, रांची के साथ देहरादून, दिल्ली और मुंबई के साथ औरंगाबाद की हवाई यात्रा की.
अनुशासनात्मक कार्रवाई हो : काले
संजय काले ने आरोप लगाया है कि, साईं ट्रस्ट के अधिकारियों को हवाई यात्रा का कोई अधिकार नहीं है. इतना ही नहीं, अधिकारियों के पास उत्कृष्ट गुणवत्ता के वाहनों का एक बेड़ा है, जिनसे यात्रा हो सकती थी. उन्होंने सरकार से धन की वसूली करने के साथ उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की.
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