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मादा चीता 'आशा' की प्रेगनेंसी पर सस्पेंस बरकरार, दूसरे चीतों के साथ बाड़े में नहीं किया जाएगा शिफ्ट, शावक को जन्म देने के 3 दिन पहले भी दिख सकते हैं गर्भवती होने के संकेत

जब से पीएम मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में अफ्रीकन चीतों को बाड़े में छोड़ा है, तब से यह टाइगर रिजर्व सुर्खियों में है. खबर है कि कुछ दिनों में नामीबिया से आए इन चीतों के बड़े बाड़े में शिफ्ट किया जाएगा. वहीं एक बार फिर आशा के गर्भवती होने पर संशय चल रहा है, क्योंकि आशा को अभी कुछ दिन और क्वारंटाइन में रखा जाएगा.(sheopur kuno national park) (cheetahs to move enclosure in november) (cheetah asha pregnancy confused)

cheetahs to move enclosure in november
आशा चीता के गर्भवती पर संशय
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Published : Nov 4, 2022, 5:48 PM IST

श्योपुर। नामीबिया से आए चीतों का बहुत जल्द क्वारेंटाइन पीरियड खत्म होने वाला है. कहा जा रहा है कि सभी आठ चीतों को कुछ दिन में बाड़े में छोड़ने की तैयारी शुरू हो गई है. वहीं बड़ी बात यह है कि मादा चीता आशा के गर्भवती होने के सवाल पर अभी भी संशय बना हुआ है. एक बार फिर आशा के गर्भवती होने की खबरें इसलिए जोर पकड़ रही है क्योंकि जहां नामीबिया से सभी आठ चीतों में से सात चीतों को बाड़े में छोड़ने की बात हो रही है, वहीं आशा को अभी भी क्वारेंटाइन में रखा जा रहा है. (sheopur kuno national park) (cheetah asha pregnancy confused)

क्वारेंटाइन में कुछ दिन और रहेगी आशा: दरअसल, एक तरफ जहां चीतों को कूनो नेशनल पार्क में बड़े बाड़े में छोड़ने की तैयारी चल रही है. वहीं, आशा को 15 नवंबर तक क्वारंटीन में ही रखा जाएगा. वन विभाग के अधिकारियों को उम्मीद है कि इस अवधि तक शायद उसके गर्भवती होने के लक्षण और दिखने लगेंगे. अगर आशा गर्भवती होगी तो लक्षण नजर आने लगेंगे, क्योंकि वन विभाग को अभी आशा के गर्भवती होने के साफ संकेत नहीं मिल रहे हैं.

MP Cheetah Project: नामीबियाई चीते नवंबर में पार्क के बड़े बाड़े में होंगे शिफ्ट- टास्क फोर्स सदस्य

स्कैन में भ्रूण के लक्षण लेकिन रिपोर्ट निगेटिव :वन विभाग की दुविधा का एक बड़ा कारण यह भी है कि भारत लाने से पहले किए गए स्कैन में आशा में भ्रूण के लक्षण आए थे, लेकिन उसके स्थानांतरण से पहले किए गए ब्लड टेस्ट में प्रेग्नेंसी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी. भारत आने के बाद उसके मल का सैंपल परीक्षण के लिए जबलपुर भेजा गया था, जहां लैब में प्रोजेस्टेरोन स्तर के परीक्षण की सुविधा नहीं थी, इसलिए आशा के प्रेग्नेंसी की स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है. हालांकि दूसरे तरीकों से भी चीते के गर्भवती होने का पता लगाया जा सकता है लेकिन अधिकारी आशा को किसी भी तरह के तनाव से दूर रखने के लिए ऐसा नहीं कर रहे हैं. लिहाजा वे कुछ दिन और देखने के बाद आशा में उन्होंने वाले बदलाव के बाद कुछ कहेंगे.

मोदी ने एक मादा चीता का नाम रखा आशाः नामीबिया से आए पांच मादा चीताें में से एक को आशा नाम से दिया गया है. यह नाम खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुझाया था. उन्होंने 17 सितंबर को कूनो में चीतों को बाड़े में छोड़कर 70 साल के इंतजार को खत्म किया था. लगभग चार साल की आशा को चीता संरक्षण कोष (CCF) में लाए जाने के बाद कोई नाम नहीं दिया गया. इसलिए नामीबिया और सीसीएफ ने जन्मदिन के उपहार के रूप में पीएम मोदी के लिए मादा चीता का नामकरण करने का अवसर आरक्षित किया था. (sheopur kuno national park) (cheetahs to move enclosure in november) (cheetah asha pregnancy confused)

श्योपुर। नामीबिया से आए चीतों का बहुत जल्द क्वारेंटाइन पीरियड खत्म होने वाला है. कहा जा रहा है कि सभी आठ चीतों को कुछ दिन में बाड़े में छोड़ने की तैयारी शुरू हो गई है. वहीं बड़ी बात यह है कि मादा चीता आशा के गर्भवती होने के सवाल पर अभी भी संशय बना हुआ है. एक बार फिर आशा के गर्भवती होने की खबरें इसलिए जोर पकड़ रही है क्योंकि जहां नामीबिया से सभी आठ चीतों में से सात चीतों को बाड़े में छोड़ने की बात हो रही है, वहीं आशा को अभी भी क्वारेंटाइन में रखा जा रहा है. (sheopur kuno national park) (cheetah asha pregnancy confused)

क्वारेंटाइन में कुछ दिन और रहेगी आशा: दरअसल, एक तरफ जहां चीतों को कूनो नेशनल पार्क में बड़े बाड़े में छोड़ने की तैयारी चल रही है. वहीं, आशा को 15 नवंबर तक क्वारंटीन में ही रखा जाएगा. वन विभाग के अधिकारियों को उम्मीद है कि इस अवधि तक शायद उसके गर्भवती होने के लक्षण और दिखने लगेंगे. अगर आशा गर्भवती होगी तो लक्षण नजर आने लगेंगे, क्योंकि वन विभाग को अभी आशा के गर्भवती होने के साफ संकेत नहीं मिल रहे हैं.

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स्कैन में भ्रूण के लक्षण लेकिन रिपोर्ट निगेटिव :वन विभाग की दुविधा का एक बड़ा कारण यह भी है कि भारत लाने से पहले किए गए स्कैन में आशा में भ्रूण के लक्षण आए थे, लेकिन उसके स्थानांतरण से पहले किए गए ब्लड टेस्ट में प्रेग्नेंसी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी. भारत आने के बाद उसके मल का सैंपल परीक्षण के लिए जबलपुर भेजा गया था, जहां लैब में प्रोजेस्टेरोन स्तर के परीक्षण की सुविधा नहीं थी, इसलिए आशा के प्रेग्नेंसी की स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है. हालांकि दूसरे तरीकों से भी चीते के गर्भवती होने का पता लगाया जा सकता है लेकिन अधिकारी आशा को किसी भी तरह के तनाव से दूर रखने के लिए ऐसा नहीं कर रहे हैं. लिहाजा वे कुछ दिन और देखने के बाद आशा में उन्होंने वाले बदलाव के बाद कुछ कहेंगे.

मोदी ने एक मादा चीता का नाम रखा आशाः नामीबिया से आए पांच मादा चीताें में से एक को आशा नाम से दिया गया है. यह नाम खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुझाया था. उन्होंने 17 सितंबर को कूनो में चीतों को बाड़े में छोड़कर 70 साल के इंतजार को खत्म किया था. लगभग चार साल की आशा को चीता संरक्षण कोष (CCF) में लाए जाने के बाद कोई नाम नहीं दिया गया. इसलिए नामीबिया और सीसीएफ ने जन्मदिन के उपहार के रूप में पीएम मोदी के लिए मादा चीता का नामकरण करने का अवसर आरक्षित किया था. (sheopur kuno national park) (cheetahs to move enclosure in november) (cheetah asha pregnancy confused)

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