नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने कहा कि मानहानि के एक मामले में राहुल गांधी को दो साल की जेल की सजा की 'सिलवर लाइनिंग' यह है कि इससे 'अभूतपूर्व विपक्षी एकता' सामने आई है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि नीरव और ललित मोदी किसी भी तरह से पिछड़े नहीं हैं.
उन्होंने एनडीटीवी से एक विशेष साक्षात्कार में कहा, 'हमने क्षेत्रीय विपक्षी दलों को देखा है वह सभी राज्यों में कांग्रेस को अपना प्रतिद्वंद्वी मानते हैं, लेकिन इस मामले में वह हमारे साथ खड़े हो रहे हैं.'
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और उनकी बंगाल की समकक्ष ममता बनर्जी ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर भाजपा नीत सरकार की निंदा करते हुए कहा था कि यह लोकतंत्र के लिए काला दिन है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'कांग्रेस के साथ हमारे मतभेद हैं, लेकिन राहुल गांधी को इस तरह मानहानि के मामले में फंसाना सही नहीं है.'
थरूर ने राहुल के खिलाफ आरोपों को 'हास्यास्पद' बताया. उन्होंने कहा कि भगोड़े व्यवसायी ललित मोदी और नीरव मोदी किसी भी तरह से पिछड़े नहीं हैं वे अपने 'अधर्म के लाभ' को विदेश ले गए और विलासिता का जीवन जी रहे हैं.
उन्होंने कहा कि 'यह कहना कि वे पिछड़े वर्ग से हैं... और ओबीसी पर हमला टिप्पणी के सामान्य अर्थ को एक ब्रेकिंग पॉइंट तक खींच रही है.' उन्होंने कहा कि 'वह (राहुल गांधी) इन व्यक्तियों की ओर विशेष रूप से इशारा कर रहे थे. इसे सारे ओबीसी से नहीं जोड़ा जा सकता.'
थरूर ने सजा पर भी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि 'राहुल गांधी के खिलाफ मामला कमजोर है, और हमारे पास अच्छे वकील हैं. शिकायतकर्ता का मामला बहुत कमजोर है.' थरूर ने कहा, 'पूर्णेश मोदी यह प्रदर्शित नहीं कर सकते कि उन्हें किसी भी तरह टारगेट किया गया था.'
राहुल गांधी के वकील ने तर्क दिया है कि अदालती कार्यवाही शुरू से ही 'त्रुटिपूर्ण' थी. उन्होंने तर्क दिया है कि विधायक पूर्णेश मोदी ये संभवता ये साबित नहीं कर सकते कि उन्हें निशाना बनाया गया था.
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