वाराणसी: 2021 अब विदा लेने की तैयारी में है और 2022 के आगमन की तैयारी हो रही है. राजनैतिक और सामाजिक दृष्टि से ग्रहों की चाल के हिसाब से क्या रहेगा नए साल का भविष्य. इन्हीं सवालों का जवाब तलाशने के लिए ईटीवी की टीम पहुंची ज्योतिषियों के पास. ज्योतिष ने बताया कि 2022 रहेगा तो बहुत ही अच्छा लेकिन शनि और गुरु के साथ अन्य ग्रहों की चाल किसी को अच्छा तो किसी को बुरा फल देगी. कुल मिलाकर बीते सालों की तुलना में 2022 देश के लिए, समाज के लिए और हर वर्ग के लिए बेहतर ही रहेगा.
ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी ने बताया कि देखा जाए तो 2022 अपने आप में बेहद खास रहने वाला है. खगोलीय दृष्टि से अगर देखें तो 2022 में अप्रैल का महीना बड़ा ही विशेष रहेगा. इसका कारण यह है कि अप्रैल के महीने में आकाश मंडल में कई खगोलीय घटनाएं होंगी.
इस साल पड़ेंगे चार ग्रहण
पंडित ऋषि द्विवेदी ने बताया कि इस वर्ष चार ग्रहण पड़ेंगे. दो सूर्य ग्रहण व दो चंद्र ग्रहण. इस वर्ष भारत में एक सूर्य ग्रहण और एक चंद्रग्रहण साल के अंत में दिखाई देगा. वही वैवाहिक दृष्टि से 2022 अपने आप में बेहद खास रहेगा.
शनि का राशि परिवर्तन 3 महीने का
पंडित ऋषि द्विवेदी का कहना है कि भारतवर्ष की कुंडली कि यदि बात की जाए तो शनिदेव का संचरण मकर राशि से कुंभ राशि पर होगा तो उस समय खास स्थिति बनेगी. उस समय धनु राशि से 3 महीने के लिए साढ़ेसाती उतरेगी तो मीन राशि पर 3 महीने के लिए साढ़ेसाती चढ़ेगी, यानी 29 अप्रैल से लेकर 22 जुलाई के बीच में मिथुन और तुला राशि वाले शनि की ढैया से मुक्त होंगे तो वहीं कर्क और वृश्चिक राशि वाले शनि की ढैया के प्रभाव में आ जाएंगे. यह स्थिति 12 जुलाई तक रहेगी 12 जुलाई के बाद जब शनि वक्री होकर मकर राशि बनाएंगे तो जो स्थिति पुरानी थी वह कायम हो जाएगी, यानी धनु और मकर पर शनि की साढ़ेसाती और मिथुन और तुला पर शनि की ढैया चलेगी.
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ग्रहों का परिवर्तन भारतवर्ष को देगा यह फायदा
पंडित ऋषि का कहना है कि 29 अप्रैल के बाद शनि की ढैया जब भारत की राशि पर चढ़ेगी, तब उस समय भारत को सतर्क रहने की आवश्यकता होगी. विरोधियों का प्रभाव जरूर बढ़ेगा लेकिन यह 3 महीने का ही वक्त होगा. कुल मिलाकर भारत के लिए 2022 बेहद खास रहेगा.
भारत के उत्थान में यह साल बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है, लेकिन 3 महीने का राशि परिवर्तन राजनैतिक उथल-पुथल देखने को मिलेगी. जहां पर भी चुनाव होने वाले हैं जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं वहां वर्तमान सत्ताधारी सरकार को कुछ मुश्किलों का सामना जरूर करना पड़ेगा.
नौकरशाहों और नेताओं के बीच वाद-विवाद भी संभव है. वहीं कई जगह कष्ट देखने को मिलेगा. कहीं ना कहीं युद्ध की संभावना भी देखने को मिल रही है. वहीं कोरोना का यह दौर चल रहा है वह कम तो होगा लेकिन असर बना रहेगा लेकिन घातक स्थिति नहीं आएगी, लेकिन इससे अछूता 2022 नहीं रहेगा.
प्राकृतिक आपदाओं की होगी अधिकता
पंडित ऋषि द्विवेदी ने बताया कि यदि मौसम व प्राकृतिक आपदाओं के मामले में बात की जाए तो 2022 में प्राकृतिक आपदाओं की अधिकता रह सकती है. बड़े भूकंप आने की आशंका पूरे विश्व में हैं, देश में भी भूकंप के झटके महसूस किए जाएंगे. विश्वयुद्ध जैसी आशंकाएं 2022 में बन रही हैं.
बारिश सामान्य रहेगी, लेकिन कुछ स्थानों पर बारिश का अत्यधिक असर देखने को मिलेगा, लेकिन कहीं पर कम बारिश भी होगी. हालांकि यह साल खेती के लिए अच्छा रहने वाला है. किसानों के लिए अच्छा रहने वाला है. हालांकि यह वर्ष घटनाओं को बढ़ाएगा, प्राकृतिक आपदाओं की अधिकता होगी, राजनैतिक उथल-पुथल भी देखने को मिलेगी.