नई दिल्ली : दिल्ली चिड़ियाघर प्रशासन इन दिनों वन्य जीवों के संरक्षण के लिए सकारात्मक पहल कर रहा है. जिसके तहत काफी बेहतर परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं.
बता दें कि चिड़ियाघर में जहां वन्य जीवों की संख्या में वृद्धि देखने को मिल रही है. वहीं विलुप्त होने की कगार पर पहुंचे शंघाई हिरण का प्रजनन भी उत्साहवर्धक रहा है.
दिल्ली चिड़ियाघर में वन्य जीवों की संख्या में हो रहे इज़ाफे को लेकर चिड़ियाघर के निदेशक रमेश पांडेय ने बताया कि इन दिनों चिड़ियाघर प्रशासन वन्य जीवों के बेहतर स्वास्थ्य और पोषण के लिए लगातार प्रयासरत हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि इसी कोशिश का नतीजा है कि विलुप्त होने की कगार पर पहुंची प्रजातियों में भी वृद्धि हो रही है.
वहीं उन्होंने कहा कि चिड़ियाघर में विलुप्त होने की कगार पर पहुंचे शंघाई हिरण का प्रजनन उत्साहवर्धक रहा. जहां हर वर्ष चिड़ियाघर में औसतन 10- 12 बच्चों का जन्म होता था. वहीं इस बार शंघाई हिरण ने 24 बच्चों को जन्म दिया है.
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उन्होंने बताया कि एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत पिछले 6 महीने में बड़ी संख्या में वन्य जीव आए हैं, जिसमें हाल ही में कानपुर चिड़ियाघर से बाघिन लाया गया है और आने वाले समय में पटना चिड़ियाघर से गैंडा आएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि वन्य जीव की प्रजातियां 83 से बढ़कर 88 हो गई है. वहीं वन्य जीवों की कुल संख्या में भी इजाफा हुआ है. वन्य जीव की संख्या मार्च 2020 की तुलना में 1,005 से बढ़कर 1,120 हो गई है.