चित्तूर: आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिला के बकारपेटा कनुमा में मदनपल्ले-तिरुपति राजमार्ग (Madanapalle-Tirupati highway at bakarapeta kanuma ) के पास एक निजी बस के खाई में गिरने से आठ लोगों की मौत हो गई और 45 अन्य घायल हो गए. बस में सवार लोग सगाई समारोह में शामिल होने के लिए जा रहे थे. पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि लगभग 63 यात्रियों को ले जा रही बस तेज गति के कारण पलट गई. घटना में एक बच्चे और एक महिला समेत आठ की मौत हो गई. बचाव दल ने मौके से छह शव बरामद किए. नरवरिपल्ली प्राईमरी हेल्थ सेंटर (पीएचसी) में इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई.
मृतकों की पहचान मलीशेट्टी वेंगप्पा (60), मलीशेट्टी मुरली (45), कंथम्मा (40), मलीशेट्टी गणेश (40), जे.यशस्विनी (8) और ड्राइवर-क्लीनर नबी रसूल के रूप में हुई है. डॉक्टरों ने कहा कि घायलों में कई की हालत गंभीर है. मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. घायलों को तिरुपति रुआ और स्विम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अनंतपुर जिले के धर्मावरम के राजेंद्र नगर निवासी वेणु की शादी चित्तूर जिले के नारायणवनम में रहने वाली युवती से तय हुई है. उनकी सगाई आज (रविवार) सुबह तिरुचानूर में तय की गई थी. वेणु (दुल्हा) अपने परिवार और बारातियों समेत 63 लोगों के साथ धर्मावरम से शनिवार दोपहर 3.30 बजे एक निजी बस से निकला. चित्तूर जिले के पीलरू में रात 8 बजे सभी ने एक ढाबे पर खाना खाया. इसके बाद वे लोग फिर से 9 किमी का सफर तय कर भाकरपेटा घाट पहुंचे. इस बीच बस चालक ने गति तेज कर दी, तभी अचानक एक मोड़ पर उसने बस से नियंत्रण खो दिया और बस लगभग 100 फीट गहरी खाई में गिर गई. हादसे में छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई.
बस के घाटी में गिरते ही चीख पुकार मच गयी. यात्री एक दूसरे पर गिरे, कई यात्रियों के पैर और हाथ टूट गए. कई लोगों के सिर में चोटें आईं. चीख-पुकार से क्षेत्र में भयानक माहौल था. घायलों में 10 से अधिक बच्चे भी शामिल हैं. विधायक चेविरेड्डी भास्कर रेड्डी ने तिरुपति रुआ अस्पताल का दौरा किया और घायल का हाल चाल जाना.
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घटनास्थल के आस पास अत्यधिक अंधेरा होने के कारण रात 10:30 बजे तक घटना के बारे में लोगों को पता नहीं चल सका. संयोगवश वहां से गुजर रहे लोगों ने चीख पुकार सुनी और तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलने के तुरंत बाद कलेक्टर एम. हरिनारायणन और तिरुपति शहरी क्षेत्र के एसपी वेंकट अप्पलानायडू मौके पर पहुंचे और राहत बचाव कार्य शुरू किया गया.