नई दिल्ली : ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. ब्रिटेन से दिल्ली आने वाले सभी यात्रियों को दिल्ली पहुंचने पर साथ दिनों तक आइसोलेशन में रहना पड़ेगा. अगर कोई यात्री कोरोना पॉजिटिव होगा तो उसे हॉस्पिटल में बने अलग आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाएगा.
दरअसल, कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन आने से ब्रिटेन में पूर्णतया लॉकडाउन लगा दिया गया है. एहतियातन भारत सरकार ने भी ब्रिटेन की उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन आज से दोबारा केंद्र सरकार ने हवाई उड़ानों पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया, जिसके बाद आज ब्रिटेन से एक हवाई जहाज दिल्ली आने वाला है. जिसमें 256 यात्री होंगे. यूके से आने वाले सभी यात्रियों का दिल्ली एयरपोर्ट पर RT-PCR टेस्ट अनिवार्य रूप से किया जाएगा और इसका खर्चा भी वही यात्री देंगे, जो यात्री पॉजिटिव पाए जाएंगे उनको एक अलग इंस्टीट्यूशनल आइसोलेशन फैसिलिटी में रखा जाएगा.
ब्रिटेन से दिल्ली आने वालों के लिए होम आइसोलेशन अनिवार्य
इससे पहले दिल्ली सरकार ने ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों के लिए सात दिन का आइसोलेशन अनिवार्य करने का आदेश जारी किया है. यह आदेश दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव विजय देव ने जारी किया है. बता दें कि अभी दिल्ली में कुल आठ मरीज एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती हैं, जो कोरोना के नए स्ट्रेन से संक्रमित हैं. यह सभी पिछले माह ब्रिटेन से आये थे.
बता दें कि केंद्र सरकार ने जो स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर जारी किए थे, उनके मुताबिक यूके से आने वाला अगर कोई व्यक्ति एयरपोर्ट पर हुए आरटी पीसीआर टेस्ट में नेगेटिव पाया जाता है तो उसको 14 दिन घर में रहने कि सिर्फ सलाह दी जाएगी.
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जबकि दिल्ली सरकार ने सात इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन और सात दिन होम क्वारंटाइन करने का आदेश जारी कर दिया है. इससे पहले गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यूके से आ रही फ्लाइट पर प्रतिबंध 31 जनवरी तक जारी करने की मांग की थी. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के साथ राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों की हुई बैठक के दौरान भी यह मांग उठाई गई थी.