चंडीगढ़ : पंजाब के तरनतारन सरहाली पुलिस स्टेशन पर रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमले को आंतकी खतरे के रूप में देखा जा रहा है. हमले के बाद से सतर्क पुलिस प्रशासन ने राष्ट्रीय राजमार्ग सहित सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है (RPG attack at Sarhali police station). ईटीवी भारत की टीम ने बठिंडा, तरनतारन, पठानकोट, अमृतसर के थानों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया.
पुलिस अधीक्षक पारस सिंह चहल ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित होने के कारण थाने में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग पर बेरिकेडिंग कर हथियारबंद जवान भी तैनात हैं, जो आने-जाने वालों पर नजर रखते हैं. उन्होंने ने बताया कि थाना अंतर्गत सिविल व आर्मी एरिया होने के कारण पटियाला में सेना के अधिकारियों के साथ नियमित बैठकें होती हैं.
वे अपनी क्यूआरटी टीमों के साथ पुलिस का सपोर्ट करते हैं और सेना क्षेत्र में गश्त करते हैं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि किसी भी घटना की सूचना तत्काल पुलिस को दें ताकि समय रहते अराजक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जा सके. पठानकोट शहर के थाना डिवीजन 1 व 2 में पठानकोट पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं. सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण पठानकोट को सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील माना जाता है और पठानकोट शहर पर नजर रखी जा रही है.
पठानकोट में अलर्ट : पठानकोट पुलिस ने पंजाब, हिमाचल और जम्मू कश्मीर को जोड़ने वाली जगहों पर पुलिस की तैनाती भी बढ़ा दी है और पहले से ज्यादा मोर्चे बनाए गए हैं. इसके अलावा बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों को रोककर जगह-जगह चेकिंग की जा रही है, ताकि कोई शरारती तत्व कोई घटना न कर सके. पठानकोट में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की बात करते हुए पठानकोट के पुलिस अधिकारी एलएस रंधावन ने कहा कि तरनतारन में हुए हमले के बाद से पुलिस पूरी तरह अलर्ट पर है.
अमृतसर के पुलिस कमिश्नर ने भी अमृतसर थानों के बाहर चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. जिसके चलते अमृतसर पुलिस प्रशासन ने थानों के बाहर भी सीसीटीवी कैमरे लगा दिए हैं, अगर कोई अप्रिय घटना होती है तो उसे कैमरे में कैद किया जा सकता है. अमृतसर थाना डी डिवीजन के पुलिस अधिकारी रंजीत सिंह ने बताया कि हमने अपने थाने के पुलिस अधिकारियों को पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. थाने के अंदर और बाहर लगभग 8 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
थाने के अंदर या बाहर आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर कड़ी नजर रखी जा रही है. थाने में फिलहाल 45 पुलिसकर्मी हैं. अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखता है तो उसे रोक लिया जाता है और गहन पूछताछ की जाती है. पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है.
उन्होंने कहा कि लोगों को डरने की जरूरत नहीं है लोग अपनी समस्या लेकर थाने में हमारे पास आ सकते हैं. पंजाब में स्थायी कर्मचारियों की ड्यूटी लुधियाना के पुलिस कमिश्नर कार्यालय के बाहर लगाई गई है. अब बिना पहचान पत्र जांचे किसी को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने कहा कि हमें सख्त हिदायत दी गई है.
उन्होंने कहा कि वाहनों की नियमित जांच भी की जाती है. उपकरण भी मुहैया कराए गए हैं. आने-जाने वालों की अच्छे से जांच कर रहे हैं. लुधियाना के पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू ने कहा है कि थानों में लोग अपनी शिकायत दर्ज कराने आते हैं, इसलिए वहां सुरक्षा कड़ी होनी चाहिए. वहीं, लुधियाना के थानों में कैमरे लगाए जा रहे हैं, बंकर बनाए जा रहे हैं.
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