नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के बादलपुर थाना क्षेत्र में रविवार तड़के केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग लग गई. केमिकल फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे करीब 150 कर्मचारियों ने भागकर अपनी जान बचाई. केमिकल के ड्रमों में विस्फोट होने से पूरा इलाका दहल गया. फायर टेंडर की 32 गाड़ियों की मदद से आग पर करीब 8 घंटे की मशक्कत के बाद काबू पाया गया.
सीएफओ, नोएडा प्रदीप चौबे ने बताया कि दुजाना रोड पर एक केमिकल फैक्ट्री है, जहां पर मंजन के पेस्ट समेत अन्य उत्पादों में इस्तेमाल होने वाला केमिकल बनाया जाता है. शनिवार रात सवा दो बजे के करीब फैक्ट्री के अंदर 150 के करीब कर्मचारी काम कर रहे थे तभी आग लग गई. फैक्टरी के फायर फाइटिंग सिस्टम से आग बुझाये जाने लगी. लेकिन, देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. सुबह 3.35 बजे पर घटना की जानकारी फायर सर्विस कंट्रोल रूम को दी गई. मौके पर फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियों को भेजा गया. आग का दायरा बढ़ता देख दमकल की 17 अन्य गाड़ियों को जनपद के अलग-अलग हिस्से से भेजा गया, पर आग का फैलाव कम नहीं हुआ.
सीएफओ प्रदीप चौबे ने आगे बताया कि इसके बाद दिल्ली, मथुरा, गाजियाबाद, हापुड़ और बुलंदशहर से गाड़ियां मंगाई. बीच-बीच में केमिकल के ड्रम फटने से आग बुझाने में काफी परेशानी हुई. 200 के करीब अग्निशमन कर्मी लगातार आठ घंटे तक आग बुझाने में लगे रहे. आग पर काबू पाने के लिए दिल्ली से मंगाया गया ड्रोन भी काफी कामगार रहा. आग से करोड़ों रुपये का सामान जलकर राख हो गया. आग लगने के कारणों की जानकारी जुटाई जा रही है.
बादलपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक केमिकल प्लांट में रविवार की तड़के बजे अचानक से आग लग गई. यह केमिकल प्लांट दुजाना रोड पर बना हुआ है. आग लगने की सूचना मिलने के बाद फायर सर्विस यूनिट और पुलिस मौके पर पहुंची और आग बुझाना शुरू किया.- शक्ति मोहन अवस्थी, डीसीपी
आसपास के इलाकों में अफरातफरी मची: अग्निकांड के बाद आसपास के इलाकों में अफरातफरी मच गई. लोगों में डर का माहौल बना रहा. इतना ही नहीं फैक्टरी के पास ही मौजूद एक कमरे में 25 गायें थी, जिन्हें बचाने के लिए जेसीबी की मदद से दीवार तोड़ी गई और सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया. जैसे ही केमिकल के ड्रम में विस्फोट होना शुरू हुआ सभी कर्मचारी बाहर भाग निकले. हालांकि, इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है. स्थानीय लोगों ने अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों की मेहनत की सराहना की है.
एक घंटे बाद दी आग की सूचना: मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रदीप कुमार चौबे ने बताया कि आग लगने की जानकारी एक से सवा घंटे बाद दी गई. पहले लोगों ने फैक्टरी के अंदर लगे फायर फाइटिंग सिस्टम से आग बुझाने का प्रयास किया. जब उन्हें लगा की आग नहीं बुझ पाएगी, तो फायर सर्विस कंट्रोल रूम को सूचित किया गया. अग्निशमन विभाग की गाड़ियां जब मौके पर पहुंची तो फैक्टरी के अंदर आग बुझाने के लिए मौजूद पानी खत्म हो गया था. केमिकल के ड्रम फटते ही जा रहे थे. कुछ देर तक अग्निशमन कर्मियों ने विस्फोट थमने का इंतजार किया. इसके बाद वे जान जोखिम में डालकर अंदर दाखिल हुए और घंटों तक आग बुझाने में लगे रहे.
शुक्रवार को आया था दस करोड़ का सामान: सीएफओ ने बताया कि दो दिन पहले ही फैक्टरी में दस करोड़ का सामान मंगाया गया था. दो तिहाई सामान को आग की चपेट में आने से बचा लिया गया. नुकसान कितना हुआ है इसका आकलन करने में दो से तीन दिन का समय लग जाएगा. आग लगने के बाद अंदर मौजूद कर्मचारियों की सांसें अटक गई थी. वहीं, आग बुझाने के दौरान कई पुलिसकर्मियों को सांस लेने में परेशानी हुई. इस दौरान सेंट्रल नोएडा जोन के डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी, एसीपी दीक्षा सिंह समेत अन्य अधिकारी पुलिस टीम के साथ मौजूद रहे.
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