नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने शुक्रवार को अधिवक्ता रंजन शर्मा और बिपिन चंद्र नेगी को हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति के लिए सिफारिश की. एससी कॉलेजियम द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार न्यायिक अधिकारी राकेश कैंथला को भी हिमाचल उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में अनुशंसित किया गया है.
आदेश के अनुसार हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने अपने दो वरिष्ठतम सहयोगियों के परामर्श से 5 दिसंबर, 2022 को सिफारिश की. इसमें कहा गया है, 'हिमाचल प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री और राज्यपाल इस सिफारिश से सहमत हैं.' कॉलेजियम ने यह सिफारिश अधिवक्ता रंजन शर्मा, अधिवक्ता बिपिन चंद्र नेगी और न्यायिक अधिकारी राकेश कैंथला को हिमाचल उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की है. इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी है.
सुप्रीम कोर्ट को मिले दो नए जज: सर्वोच्च न्यायालय कॉलेजियम ने तेलंगाना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति उज्ज्वल भुइयां और केरल उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एस वेंकटनारायण भट्टी को शीर्ष अदालत में न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत करने की सिफारिश की थी. मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को न्यायमूर्ति उज्ज्वल भुइयां और न्यायमूर्ति एस वेंकटनारायण भट्टी को शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई. केंद्र ने 12 जुलाई को न्यायमूर्ति भुइयां और भट्टी को शीर्ष अदालत में न्यायाधीश नियुक्त किया था. इन न्यायाधीशों की नियुक्तियों के साथ शीर्ष अदालत की ताकत बढ़कर 32 हो गई और दो और रिक्तियां शेष रह गईं हैं.
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न्यायमूर्ति उज्ज्वल भुइयां को गौहाटी उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में 17 अक्टूबर, 2011 को नियुक्त किया गया था. वह अपने मूल उच्च न्यायालय के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश थे और वह 28 जून, 2022 से तेलंगाना राज्य के लिए उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत थे. न्यायमूर्ति एस वेंकटनारायण भट्टी को आंध्र प्रदेश के उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में 12 अप्रैल 2013 को नियुक्त किया गया था और वह अपने मूल उच्च न्यायालय में सबसे वरिष्ठ हैं.
(अतिरिक्त इनपुट एजेंसी)