नई दिल्ली : असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक, भाजपा आलाकमान के निर्देश पर सोनोवाल शुक्रवार को दिल्ली पहुंच चुके हैं. हालांकि, सोनोवाल ने इसे सिर्फ एक शिष्टाचार भेंट और मुलाकात करार दिया है.
अगले सप्ताह होने वाले कैबिनेट फेरबदल से पहले सोनोवाल को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में बुलाया गया है. सोनोवाल के करीबी सूत्रों ने शनिवार को ईटीवी भारत को बताया कि उन्हें एक मंत्रालय मिलने की संभावना है जो मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में से एक है.
दिलचस्प बात यह है कि सोनोवाल ने शनिवार दोपहर डोनर मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह से मुलाकात की. पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (DoNER) मोदी सरकार का एक ऐसा मंत्रालय है जिसे हमेशा से प्राथमिकता मिलती रही है. यह विशेष रूप से पूर्वोत्तर के लिए काम करता है. जब से मोदी सत्ता में आए हैं, वह पूर्वोत्तर राज्यों के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं.
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से केंद्रीय मंत्रिपरिषद में विस्तार और फेरबदल की अटकलें लगाई जा रही हैं. सोनोवाल के दिल्ली पहुंचने के बाद उन्हें भी मंत्रिमंडल में जगह मिलने को लेकर अटकलें हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, वह भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे.
सोनोवाल वर्ष 2016 से लेकर मई 2021 तक असम के मुख्यमंत्री रहे. हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को जीत मिली थी लेकिन पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने हिमंत बिस्व सरमा को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया था.
सोनोवाल गुरुवार को असम के राज्यपाल जगदीश मुखी की ओर से गुवाहाटी स्थित राजभवन में आयोजित रात्रि भोज में भी शामिल हुए थे, जहां उनकी मुलाकात रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से हुई थी. असम के मुख्यमंत्री सरमा भी इस भोज में शामिल हुए थे.
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ऐसी अटकलें है कि मोदी मंत्रिपरिषद में विस्तार से पहले चर्चा के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें दिल्ली बुलाया है. एक सूत्र ने बताया कि सोनोवाल ने असम में सफलतापूर्वक पांच साल सरकार चलाई और उसके बाद पार्टी की सत्ता में वापसी में भी अहम भूमिका निभाई. इसलिए इस बात की बहुत संभावना है कि उन्हें केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किया जाए.