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भाजपा को 'मानव संसाधन' के लिए शिवसेना-राकांपा को देना चाहिए धन्यवाद : राउत - राकांपा और कांग्रेस

शिवसेना सांसद संजय राउत ने मोदी कैबिनेट में बदलाव पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि नेताओं को ऐसे मंत्रालय दे दिए गए हैं, जिनसे उनका कोई वास्ता ही नहीं था. कई मंत्रियों को लेकर उन्होंने तंज भी किया. साथ ही कहा कि 'मानव संसाधन' प्रदान करने के लिए भाजपा, शिवसेना-राकांपा को धन्यवाद दे.

शिवसेना सांसद संजय राउत
शिवसेना सांसद संजय राउत
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Published : Jul 8, 2021, 3:35 PM IST

मुंबई : शिवसेना सांसद संजय राउत (Shiv Sena MP Sanjay Raut) ने कैबिनेट विस्तार की आलोचना की है. राउत ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उसे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में कैबिनेट (cabinet) की जगह भरने के लिए 'मानव संसाधन' प्रदान करने के लिए शिवसेना और राकांपा को धन्यवाद देना चाहिए.

संवाददाताओं से बात करते हुए राउत ने कहा कि कपिल पाटिल और भारती पवार जिन्हें पंचायती राज और स्वास्थ्य राज्य मंत्री (एमओएस) बनाया गया है, पहले राकांपा में थे. एमएसएमई मंत्री नारायण राणे पहले शिवसेना और कांग्रेस का हिस्सा थे.

महाराष्ट्र के चार केंद्रीय मंत्रियों में से तीन ने बुधवार को शपथ ली, जो भाजपा की पृष्ठभूमि से नहीं हैं. राउत ने चुटकी लेते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें महत्वपूर्ण विभाग देने से पहले उनमें कुछ तो खास बात देखी होगी. भाजपा को शिवसेना और राकांपा को केंद्रीय मंत्रालय में शामिल करने के लिए अच्छा मानव संसाधन उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद देना चाहिए.'

महाराष्ट्र में राकांपा और कांग्रेस के साथ सत्ता साझा करने वाली शिवसेना ने यह भी दावा किया कि नारायण राणे का कद उन्हें दी गई जिम्मेदारी से 'बड़ा' है.

राउत ने कहा कि 'राणे मुख्यमंत्री रहे हैं और अतीत में महत्वपूर्ण विभागों को संभाला है. एमएसएमई मंत्रालय में उनके पास छोटे और मध्यम उद्योगों को पुनर्जीवित करने और रोजगार पैदा करने की चुनौती है, जो COVID-19 महामारी से पस्त है.'

यह पूछे जाने पर कि क्या राणे को राज्य के कोंकण क्षेत्र में शिवसेना का मुकाबला करने के लिए केंद्रीय मंत्रालय में शामिल किया गया है, राउत ने कहा, 'ऐसा कहना कैबिनेट और संविधान का अपमान करने जैसा है.' उन्होंने सवाल किया कि क्या आप मंत्रियों को देश की सेवा के लिए शामिल करते हैं या राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने के लिए शामिल करते हैं?'

राउत ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर को बाहर करने पर अफसोस जताते हुए कहा, महाराष्ट्र के सभी चार मंत्रियों को अच्छे विभाग मिले हैं और उन्हें एमएसएमई, वित्त और स्वास्थ्य क्षेत्रों में लोगों की सेवा करने का मौका मिलेगा.

कई मंत्रियों को लेकर किया तंज

एक अन्य कार्यक्रम में संजय राउत ने धर्मेंद्र प्रधान को केंद्रीय शिक्षा मंत्री बनाए जाने पर निशाना साधा. राउत ने कहा कि, जिस व्यक्ति का शिक्षा से कोई संबंध नहीं रहा, उसे शिक्षा मंत्री बनाया गया है.

पढ़ें- मोदी के नए मंत्रियों ने संभाला कामकाज, जानें अब तक कितने मंत्रियों ने लिया चार्ज

राउत ने कहा कि 'इस देश को नया शिक्षा मंत्री मिला है. उसका नाम धर्मेंद्र प्रधान है. मैं उसे जानता हूं. कल तक वह पेट्रोलियम मंत्री थे. उनसे पहले रमेश पोखरियाल 'निशंक' शिक्षामंत्री थे, जो कभी स्कूल गए ही नहीं.' राउत ने स्मृति ईरानी पर भी निशाना साधा. राउत ने कहा कि 'स्मृति ईरानी मॉडलिंग करती थीं, उन्हें शिक्षामंत्री बनाया गया था. जिन लोगों का शिक्षा से कोई वास्ता नहीं है, ऐसे लोगों को शिक्षामंत्री बनाया जा रहा है.'

मुंबई : शिवसेना सांसद संजय राउत (Shiv Sena MP Sanjay Raut) ने कैबिनेट विस्तार की आलोचना की है. राउत ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उसे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में कैबिनेट (cabinet) की जगह भरने के लिए 'मानव संसाधन' प्रदान करने के लिए शिवसेना और राकांपा को धन्यवाद देना चाहिए.

संवाददाताओं से बात करते हुए राउत ने कहा कि कपिल पाटिल और भारती पवार जिन्हें पंचायती राज और स्वास्थ्य राज्य मंत्री (एमओएस) बनाया गया है, पहले राकांपा में थे. एमएसएमई मंत्री नारायण राणे पहले शिवसेना और कांग्रेस का हिस्सा थे.

महाराष्ट्र के चार केंद्रीय मंत्रियों में से तीन ने बुधवार को शपथ ली, जो भाजपा की पृष्ठभूमि से नहीं हैं. राउत ने चुटकी लेते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें महत्वपूर्ण विभाग देने से पहले उनमें कुछ तो खास बात देखी होगी. भाजपा को शिवसेना और राकांपा को केंद्रीय मंत्रालय में शामिल करने के लिए अच्छा मानव संसाधन उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद देना चाहिए.'

महाराष्ट्र में राकांपा और कांग्रेस के साथ सत्ता साझा करने वाली शिवसेना ने यह भी दावा किया कि नारायण राणे का कद उन्हें दी गई जिम्मेदारी से 'बड़ा' है.

राउत ने कहा कि 'राणे मुख्यमंत्री रहे हैं और अतीत में महत्वपूर्ण विभागों को संभाला है. एमएसएमई मंत्रालय में उनके पास छोटे और मध्यम उद्योगों को पुनर्जीवित करने और रोजगार पैदा करने की चुनौती है, जो COVID-19 महामारी से पस्त है.'

यह पूछे जाने पर कि क्या राणे को राज्य के कोंकण क्षेत्र में शिवसेना का मुकाबला करने के लिए केंद्रीय मंत्रालय में शामिल किया गया है, राउत ने कहा, 'ऐसा कहना कैबिनेट और संविधान का अपमान करने जैसा है.' उन्होंने सवाल किया कि क्या आप मंत्रियों को देश की सेवा के लिए शामिल करते हैं या राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने के लिए शामिल करते हैं?'

राउत ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर को बाहर करने पर अफसोस जताते हुए कहा, महाराष्ट्र के सभी चार मंत्रियों को अच्छे विभाग मिले हैं और उन्हें एमएसएमई, वित्त और स्वास्थ्य क्षेत्रों में लोगों की सेवा करने का मौका मिलेगा.

कई मंत्रियों को लेकर किया तंज

एक अन्य कार्यक्रम में संजय राउत ने धर्मेंद्र प्रधान को केंद्रीय शिक्षा मंत्री बनाए जाने पर निशाना साधा. राउत ने कहा कि, जिस व्यक्ति का शिक्षा से कोई संबंध नहीं रहा, उसे शिक्षा मंत्री बनाया गया है.

पढ़ें- मोदी के नए मंत्रियों ने संभाला कामकाज, जानें अब तक कितने मंत्रियों ने लिया चार्ज

राउत ने कहा कि 'इस देश को नया शिक्षा मंत्री मिला है. उसका नाम धर्मेंद्र प्रधान है. मैं उसे जानता हूं. कल तक वह पेट्रोलियम मंत्री थे. उनसे पहले रमेश पोखरियाल 'निशंक' शिक्षामंत्री थे, जो कभी स्कूल गए ही नहीं.' राउत ने स्मृति ईरानी पर भी निशाना साधा. राउत ने कहा कि 'स्मृति ईरानी मॉडलिंग करती थीं, उन्हें शिक्षामंत्री बनाया गया था. जिन लोगों का शिक्षा से कोई वास्ता नहीं है, ऐसे लोगों को शिक्षामंत्री बनाया जा रहा है.'

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