नागपुर: राज्यसभा सांसद संजय राउत ने एक पुराने मुद्दे को लेकर एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है. संजय राउत ने आरोप लगाते हुए कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था. राउत ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि यह हमला एक तरह का घोटाला है. वह नागपुर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव को जीतने के लिए आज जो सत्ता में बैठे हैं, वे कुछ गलत करें सकते हैं और भारत-पाकिस्तान हमले की स्थिति बना सकते हैं. इसलिए हमने कई बार इस पर सवाल उठाने की कोशिश की. संजय राउत ने यह भी सवाल उठाया है कि जब सुरक्षा कड़ी थी तो करीब 300 किलो आरडीएक्स पुलवामा कैसे पहुंचा.
राज्यसभा सांसद ने कहा कि सैन्य सुरक्षाकर्मी कभी भी पुलवामा की सड़कों को पार नहीं करते हैं. वायुसेना और सरकार ने उन्हें विमान क्यों नहीं दिया. क्या पुलवामा हमले का राजनीतिकरण कर चुनाव जीतने की कोई योजना थी? इस पर अक्सर विरोधी सवाल उठाते रहे. हालांकि, ऐसे सवाल पूछने वालों को पाकिस्तान की भाषा बोलने वाले देशद्रोही माना जाता है.
ये भी पढ़ें- NCP के साथ अजीत पवार का भविष्य उज्ज्वल, बीजेपी में नहीं होंगे शामिल: संजय राउत
तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सच सामने ला दिया है. उनका गुप्त विस्फोट पुलवामा बम विस्फोट से बड़ा है. संजय राउत ने मांग की है कि इस सरकार पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाए और तमाम घटनाओं के लिए जिम्मेदार मंत्री का कोर्ट मार्शल किया जाए.
विजय माल्या, नीरव मोदी का मुद्दा: विजय माल्या को भारत लाना मुश्किल हो गया है, इसलिए विरोधियों को जेल हो रही है. सीबीआई की टीम स्पेशल जेट में निगरानी के लिए गई थी. नीरव मोदी को भारत नहीं लाया जा सका है. काला धन कैसे लाया जाए यह सरकार की नाकामी है.
भव्य होगा नागपुर अधिवेशन: नागपुर की एक संस्कृति है. एक सार्वभौम समाज है. विपक्षी दल की बैठक को रोकने के लिए मार्च निकाले जा रहे हैं. सत्ता पक्ष के नेता कोर्ट जा रहे हैं. उन्होंने दावा किया है कि सभी बाधाओं को दूर कर लिया गया है और कल की वज्रमुठ बैठक भव्य और सफल होगी.